पुलिस ने दक्षिणी कश्‍मीर में सेना के दो जवानों को गिरफ्तार किया है। इन पर आरोप है कि वे जबरन वसूली करने वाले एक गिरोह के सदस्‍य थे। यह भी आरोप है कि ये हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी बनकर एक डॉक्‍टर के घर में दाखिल हुए और घरवालों से जबरन 32 हजार रुपए ले लिए। डॉक्‍टर की बहन द्वारा गैंग के एक सदस्‍य को पहचानने के बाद सेना के जवानों की गिरफ्तारी हुई। कुलगाम के एसपी मुमताज अहमद ने गिरफ्तारियों की पुष्‍ट‍ि की है। सेना के प्रवक्‍ता का कहना है कि गिरफ्तार जवान छुट्टी पर थे।

बता दें कि बीते हफ्ते चार लोग हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी बनकर कथित तौर पर काजीगुंड में डॉक्‍टर बिलाल अहमद के घर में जबरन घुस गए। वहां उनके घरवालों से बिलाल के बारे में पूछा। परिवार ने जब बताया कि वे नहीं हैं तो उनसे 32 हजार रुपए जबरन ले लिए। पुलिस के मुताबिक, एक दिन बाद पेशे से डॉक्‍टर बिलाल की बहन ने देखा कि अस्‍पताल में एक मरीज के साथ आया शख्‍स घर में घुसे चारों बंदूकधारियों में से एक है। परिवार ने पुलिस से शिकायत की। पुलिस ने जब उस शख्‍स को गिरफ्तार किया तो तीन और लोगों के बारे में पता चला। इनमें से दो सेना के जवान हैं। एक जम्‍मू कश्‍मीर लाइट इन्‍फेन्‍ट्री में, जबकि दूसरा राष्‍ट्रीय राइफल्‍स में तैनात है।

काजीगुंड के एसपी परवेज अहमद ने बताया, ”हमने चार लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें सेना के दो जवान भी शामिल हैं। हमने एक नकली बंदूक, एक वैन और 23 हजार रुपए भी बरामद किए हैं। हमारी जांच चल रही है। हम पता करने की कोशिश कर रहे हैं कि क्‍या सिर्फ चार ही लोग इस गैंग में शामिल हैं?” पुलिस ने चारों की पहचान मुजफ्फर अहमद, निसार अहमद, मोहम्‍मद यूसुफ और मोहम्‍मद रफीक के तौर पर की है। आखिर के दो सेना के जवान हैं। चारों काजीगुंड के ही रहने वाले हैं। पुलिस ने दावा किया है कि इन चारों की गिरफ्तारी के बाद कश्‍मीर के अनंतनाग जिले के एक डॉक्‍टर ने उनसे संपर्क किया है। उसका कहना है कि आतंकवादी के वेष में तीन बंदूकधारी उसके घर में घुस आए और जबरन वसूली की।