केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल की सिक्योरिटी में चूक होने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल के काफिले में घुसने की कोशिश करने वाले लोगों को भले ही गिरफ्तार कर लिया गया है, लेकिन मंत्री पुलिस की लापरवाही को लेकर काफी नाराज हैं। उन्होंने पुलिस सुरक्षा पर सवाल करते हुए कहा है कि पुलिस अधीक्षक द्वारा उनकी सुरक्षा के लिए खटारा गाड़ियां और मरियल गार्ड्स दिए जाते हैं। ऐसी गाड़ियां दी जाती हैं जो 30 किलोमीटर की रफ्तार से भी नहीं चल सकती। उन्होंने कहा कि उनकी सुरक्षा में चल रही पुलिस की गाड़ियां कई बार पीछे छूट जाती हैं और सोमवार की रात को भी ऐसा ही हुआ।
दरअसल, सोमवार को अनुप्रिया पटेल अपने संसदीय क्षेत्र मिर्जापुर के दौरे पर गई थीं। रात में वह अपने काफिले के साथ बाबतपुर एयरपोर्ट जा रही थीं। इस दौरान बिना नंबर वाली सफेद रंग की एक गाड़ी ने उनके काफिले में घुसने का प्रयास किया। स्कॉट वाहन में मौजूद पीआरओ और पुलिसकर्मियों ने कार को ऐसा करने से रोका, लेकिन फिर भी कार में सवार लोगों ने अपनी मनमानी की और कई बार केंद्रीय मंत्री की कार के पास जाने की कोशिश की। इस दौरान मंत्री की सुरक्षा में लगी पुलिस की गाड़ियां काफिले से थोड़ा दूर हो गई। मामले को गंभीरता से लेते हुए अनुप्रिया पटेल ने तुरंत पुलिस के अधिकारियों को सूचित किया। सूचना मिलने के बाद मिर्जामुराद में हाईवे पर पुलिस ने बैरिकेड लगाकर गाड़ी रोकी और उसमें सवार तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने भले ही तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन केंद्रीय मंत्री का गुस्सा पुलिस विभाग पर टूट पड़ा है। सिक्योरिटी में हुई इसी चूक को लेकर उन्होंने कहा कि उनकी सुरक्षा के लिए खटारा गाड़ियां और मरियल गार्ड्स दिए गए थे। वहीं मिरजापुर के पुलिस अधीक्षक आशीष तिवारी का कहना है कि केंद्रीय मंत्री की सुरक्षा में किसी भी तरह की लापरवाही नहीं की जा रही है। उन्होंने कहा कि मंत्री को अच्छे गार्ड्स और गाड़ियां दी जा रही हैं, लेकिन अगर कोई कमी है तो उसे ठीक किया जाएगा।