बिहार चुनाव में मिली शानदार जीत से उत्‍साहित जेडीयू ने अब यूपी में एंटी बीजेपी फ्रंट बनाने की कोशिशें तेज कर दी हैं। इसी क्रम में जेडीयू ने वाराणसी में होने वाले अखिल भारतीय पटेल नवनिर्माण सेना (ABPNS) के सम्‍मेलन में अपने दो राज्‍यसभा सांसद भेजे हैं। ABPNS पाटीदार नेता हार्दिक पटेल की जेल से रिहाई और किसानों के मुद्दों पर प्रदर्शन कर रही है। वाराणसी के पटेल धर्मशाला में शुक्रवार को उनका सम्‍मेलन हो रहा है। इसमें शामिल होने के लिए जेडीयू के राष्‍ट्रीय महासचिव और राज्‍यसभा सांसद केसी त्‍यागी गुरुवार को ही वाराणसी पहुंच गए। पार्टी के सांसद आरपी सिंह भी इस सम्‍मेलन में शरीक हो रहे हैं। सम्‍मेलन का विषय ‘वर्तमान राजनीतिक परिदृश्‍य में सरदार पटेल के विचारों की अहमियत’ है।

एबीपीएनएस के इस सम्‍मेलन का आयोजन एनडीए की सहयोगी पार्टी आरएलएसपी के पूर्व नेता अखिलेश कटियार कर रहे हैं। अखिलेश को बीते साल सितंबर में उस वक्‍त सस्‍पेंड कर दिया गया था, जब उन्‍होंने हार्दिक पटेल के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन किया था। अखिलेश ने जेडीयू से निमंत्रण मिलने के बाद नीतीश कुमार के शपथग्रहण कार्यक्रम में भी हिस्‍सा लिया था।

त्‍यागी ने द इंडियन एक्‍सप्रेस से बातचीत में बताया कि वे एबीपीएनएस के बुलावे पर वाराणसी आए हैं। वे हार्दिक की रिहाई और पटेलों के आरक्षण की मांग का समर्थन करते हैं। त्‍यागी ने कहा, ”मैं हार्दिक के मामले में कोर्ट के फैसले का सम्‍मान करता हूं, लेकिन गुजरात सरकार ने राजनीतिक बदले की भावना के तहत उनके खिलाफ राजद्रोह का मामला दायर कर रखा है।” त्‍यागी के मुताबिक, एबीपीएनएस चाहता था कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार वाराणसी में होने वाले महापंचायत में शिरकत करें। महापंचायत हार्दिक पटेल की रिहाई के बाद होगी। अगर नीतीश महापंचायत में शामिल होते हैं, तो वे यूपी में अपना अभियान वाराणसी से ही शुरू करेंगे। बता दें कि वाराणसी पीएम नरेंद्र मोदी की लोकसभा सीट है।

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