उत्तर प्रदेश में एक पुलिस अधिकारी पर हमले का मामला सामने आया है। शनिवार (22 अप्रैल) को हुए हमले में पुलिस अधिकारी के वाहन आग लगाने के साथ-साथ पांच लोगों को छुड़ाने की भी कोशिश की गई। वे लोग कथित रूप से बजरंग दल से जुड़े हुए हैं। उन लोगों को सदर बाजार थाने में बंद करके रखा गया था। आगरा सिटी के सहायक पुलिस अधीक्षक घुले सुशील चंद्रभान ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि थाने में फतहपुर सीकरी के विधायक उदयभान सिंह और उनके समर्थक प्रदर्शन करने पहुंचे थे। जैसे ही वे लोग वहां से निकले उसके बाद यह घटना हुई।
पुलिस का कहना है कि प्रदर्शन कर रहे लोग बजरंग दल के कार्यकर्ता थे। वहां सुबह से ही हंगामा जारी था। दरअसल पुलिस ने 9 हिंदू लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की हुई थी। उनपर कुछ मुसलमान लोगों को पीटने का आरोप था। इसका विरोध करके हुए कुछ लोग थाने पहुंचे थे। उन्होंने FIR मिटाने के साथ-साथ अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के खिलाफ केस दर्ज करने के लिए भी कहा।
इस प्रदर्शन के बीच सीनियर पुलिस अफसर के साथ कथित रूप से बदतमीजी हुई। जिसके बाद पुलिस ने हल्क बल का प्रयोग किया। इसके बाद पांच लोगों को पकड़कर हिरासत में ले लिया गया। उन लोगों को बाद में सदर बाजार पुलिस स्टेशन भेज दिया गया था।
शनिवार की शाम को सब इंस्पेक्टर संतोष कुमार जो कि शाहगंज थाने में हैं वे अपने घर लौट रहे थे। उसी वक्त उनपर प्रदर्शन कर रहे लोगों ने हमला कर दिया। एक पुलिस अधिकारी का दावा है कि प्रदर्शन कर रहे लोगों ने सदर बाजार थाने की जेल तोड़कर पकड़े गए लोगों को छुड़ाने की कोशिश भी की थी।