हरियाणा में एक 15 वर्षीय नाबालिग लड़की और उसकी मां के साथ करीब दो महीने तक बलात्कार करने का मामला सामने आया है। बुधवार (3 सितंबर) को इस मामले में हरियाणा पुलिस के सात जवानों सहित 18 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। आरोप है कि जुलाई से सितंबर महीने के बीच इन लोगों ने महिला और उसकी बेटी के साथ कैथल के नजदीक कलायत शहर में इस घटना को अंजाम दिया। हालांकि, अभी तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, नाबलिग और उसकी मां के साथ रेप करने के मामले में जिन सात पुलिसकर्मियों के खिलाफ आरोप लगाए गए हैं, उनकी पहचान अस्सिटेंट सब इंस्पेक्टर शमशेर सिंह, रोशन लाल, धनपति, बजीर सिंह, हेड कॉस्टेबल रणदीप और काॅस्टेबल दिलावर तथा इशाम सिंह शामिल हैं।
नाबलिग लड़की द्वारा दर्ज करवाई गई शिकायत पर कैथल के एसपी आस्था मोदी ने कहा, “नाबालिग लड़की ने मंगलवार को (2 सितंबर) को शिकायत दर्ज करवायी है। शिकायत के आधार पर 18 अारोपियों, जिनमें पुलिस के सात जवान और एक सरपंच शामिल हैं, के खिलाफ आईपीसी की धारा और पॉक्सो एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।” एसपी ने आगे बताया कि, “नाबालिग ने आरोप लगाया है कि एएसआई शमशेर सिंह ने उसके साथ और उसकी मां के साथ उनके घर पर कई बार बलात्कार किया। वहीं, अन्य आरोपी घर के बाहर खड़े रहते थे। पीडि़ता के आरोप के बाद प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। पीडि़त ने काफी संगीन आरोप लगए हैं। पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई है। दोषी पाए जाने पर आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी।”
वहीं, मुख्य आरोपी शमशेर सिंह ने अपने उपर लगे संगीन आरोप को सिरे से खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि यह बेबुनियाद और झूठा आरोप है। वे कहते हैं, “लड़की के पिता एक वकील हैं। लढ़की पिता के साथ मिलकर हमें और अन्य लोगों को बदनाम करने की कोशिश कर रही है। जांच के बाद सच्चाई सामने आ जाएगी।”

