2019 में होने वाले लोकसभा चुनावों को देखते कांग्रेस पार्टी ने प्रत्याशियों को तलाशना शुरू कर दिया है। इसके लिए पार्टी के स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं से बातचीत की जा रही है।

प्रदेश अध्यक्ष ने सोमवार को बैठक की: गुजरात कांग्रेस के अध्यक्ष अमित चावड़ा ने इस संबंध में सोमवार को सौराष्ट्र और कच्छ के पार्टी नेताओं से 7 लोकसभा सीटों को लेकर बातचीत की। ये सीटें सुरेंद्रनगर, राजकोट, पोरबंदर, भावनगर, जामनगर, जूनागढ़ और कच्छ हैं।

2014 में खाता भी नहीं खोल पाई थी कांग्रेस: बता दें कि 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी गुजरात में खाता नहीं खोल पाई थी और बीजेपी शासित प्रदेश में सभी 26 लोकसभा सीटों पर हार गई थी। हालांकि, पिछले साल हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के प्रदर्शन में सुधार आया था। पार्टी ने विधानसभा की 182 सीटों में से 77 पर जीत दर्ज की थी। ऐसे में कांग्रेस को उम्मीद है कि कुछ महीने बाद होने वाले लोकसभा चुनाव में वह अच्छी-खासी सीटें जीत सकती है।

चावड़ा ने ली पार्टी की स्थिति की जानकारी: अमित चावड़ा ने सोमवार को उन सभी कांग्रेस प्रत्याशियों से मुलाकात की, जो 2014 के लोकसभा चुनावों में सौराष्ट्र और कच्छ सीट पर हार गए थे। इसके अलावा वे पार्टी के जिला और तालुका अध्यक्ष समेत इस क्षेत्र में आने वाले 30 विधायकों से भी मिले। चावड़ा ने स्थानीय नेताओं के साथ अलग बैठक की और हर लोकसभा क्षेत्र में पार्टी की स्थिति के बारे में जानकारी ली।

बैठकों में नहीं आए नेता प्रतिपक्ष: सभी बैठकों में शामिल रहे गुजरात कांग्रेस के प्रवक्ता मनीष दोषी ने बताया कि सौराष्ट्र रीजन के बाद उत्तरी गुजरात के जिलों और फिर दक्षिण व मध्य गुजरात पर चर्चा की जएगी। हालांकि, इस मीटिंग में गुजरात विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष धनानी और गुजरात के कांग्रेस महासचिव राजीव सत्व शामिल नहीं हुए। दोषी ने बताया कि कुछ दिन पहले धनानी के पिता की मृत्यु हो गई थी। इस वजह से मीटिंग में नहीं आ पाए। इसके अलावा सत्व विधानसभा के शीतकालीन सत्र में जा रहे हैं, जिससे वे भी मीटिंग में शामिल नहीं हो सके।

 

बघेल की रिपोर्ट के बाद चुने जाएंगे प्रत्याशी: अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी मध्य प्रदेश के सचिव जितेंद्र बघेल को सौराष्ट्र क्षेत्र की जिम्मेदारी सौंपी गई है, लेकिन वे भी मीटिंग में शामिल नहीं हो सके। दोषी ने बताया कि दो दिन पहले बघेल के पिता का देहावसान हो गया था। इस वजह से वे भी उपस्थित नहीं थे। दोषी के मुताबिक, बघेल अपनी रिपोर्ट पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को सौंपेंगे, जिसके बाद प्रत्याशियों को चुनने पर आखिरी निर्णय लिया जाएगा।