जम्‍मू कश्‍मीर में ह‍िजबुल आतंकी 21 साल के बुरहान वानी की एनकाउंटर में हुई मौत के बाद घाटी में जमकर हिंसा हुई है। शनिवार (9 जुलाई) को लोगों भीड़ सड़कों पर उतर आई और पुलिसवालों पर पथराव किया। वानी के जनाजे में भी हजारों की भीड़ उमड़ी। यह जनाजा पुलवामा जिले के तराल में निकाला गया था। घाटी में विभिन्‍न स्‍थानों पर हुई हिंसा में मरने वालों की संख्‍या 11 हो गई और करीब 200 लोग घायल हो गए। प्रदेशभर में हो रही हिंसक झड़प में लगभग 100 पुलिसकर्मियों के घायल होने की खबर है। गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने की शांति की अपील की है।

उधर, पहलगाम श्रीनगर हाइवे पर 20 से ज्‍यादा बसें फंसीं हुई हैं। बीजेपी महासचिव राम माधव ने कहा है कि वानी की मौत सरकार के आतंकवाद को लेकर जीरो टॉलरेंस पॉलिसी के तौर पर देखा जाना चाहिए। माधव के मुताबिक, यह सुरक्षाबलों की बड़ी जीत है।

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बीजेपी के दफ्तर पर भी हमला
श्रीनगर के कई इलाकों में प्रदर्शनाकारियों ने पुलिस पोस्‍ट और सुरक्षाकर्मियों पर हमले किए। कुलगाम स्‍थ‍ित बीजेपी के ऑफिस को भी निशाना बनाया गया। हिंसा में तीन पुलिसवालों समेत 11 लोग घायल हो गए। कर्फ्यू जैसे हालात हैं। ऐ‍हतियाती कदम उठाते हुए अमरनाथ यात्रा को रोक दिया गया है। अलगाववादी नेताओं को नजरबंद कर दिया गया है।

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पुलिस पर पथराव
अनंतनाग जिले के बांदीपोरा, काजीगुंड और लारनू जैसे इलाकों में युवाओं के समूह ने पुलिसवालों और पुलिस स्‍टेशन पर पथराव किया। कुलगाम जिले के मीर बाजार और दमहाल हाजीपोरा और बारामूला जिले के सोपोर में भी हिंसक प्रदर्शन हुए। दक्षिणी कश्‍मीर के वेसु इलाके में अल्‍पसंख्‍यक समुदाय की हिफाजत में तैनात पुलिस पिकेट पर भी हमला किया गया। उत्‍तरी कश्‍मीर के बारामूला जिले के क्रेरी, डेलिना, पाटन, पलहालन में भी पथराव की घटना हुई। दक्षिणी कश्‍मीर के बारसू और शरीफाबाद में भी हिंसक प्रदर्शन हुए हैं।

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कश्‍मीर के बारामूला से बनिहाल के बीच की ट्रेन सेवाएं रद्द कर दी गई हैं। इन ट्रेनों को पहले लोगों की भीड़ निशाना बना चुकी है। ऐहतियाती कदम उठाते हुए इन ट्रेनों को शनिवार को नहीं चलाया गया। दुकानें, पेट्रोल पंप, सरकारी दफ्तर और बैंकों में बेहद कम लोग नजर आए। पब्‍ल‍िक ट्रांसपोर्ट भी न के बराबर नजर आया। घाटी के शैक्षिक संस्‍थान छुट्ट‍ियों के मद्देनजर बंद हैं।

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