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झारखंड की राजधानी रांची की रहने वाली दीपिका कुमारी 30 जून को कोलकाता के रहने वाले 28 साल के अतानु दास से वैवाहिक बंधन में बध गईं। दीपिका और अतानु दोनों ही वर्ल्ड चैंपियन तीरंदाज हैं। दोनों के परिवार ने महामारी के नियमों का पालन करते हुए इस विवाह को संपन्न कराया है। विवाह के दौरान बाराती और इस कपल के कुछ चनिंदा लोग पहुंचे। साथ ही राजनीति से जुड़े लोगों ने भी दीपिका- अतानु की शादी में शिरकत की। विश्वस्तरीय भारतीय तीरंदाजों का विवाह रांची के मैरिज गार्डन में पारंपरिक ढंग से संपन्न हुआ। इस कपल ने शादी से पहले एक दूसरे के साथ काफी कुछ शरारतें की फिर लड़ाई भी हुई बाद में जाकर दोनों के बीच प्यार हुआ। जानिए कैसे हुआ दोनों का मिलन। (Photos- Instagram/ PTI)
12 साल पहले दीपिका और अतानु की दोस्ती हुई थी जो कि धीरे-धीरे प्यार में बदल गई। एक इंटरव्यू के दौरान दीपिका ने बताया कि हम दोनों से 2008 से अच्छे दोस्त थे लेकिन 2010 में हमारी दोस्ती टूट गई। बकौल दीपिका हम सभी कैंप में साथ टूर्नामेंट खेलते थे लेकिन एक-दूसरे से करीब 7 साल तक बातचीत नहीं करते थे। इसके बाद 2017 में मैक्सिको वर्ल्ड चैंपियनशिप के दौरान फिर बातचीत शुरू हुई और दोस्ती फिर से आगे बढ़ी। 2018 में हमने आखिरकार शादी का फैसला किया। -
अतानु के परिवार वाले इस रिश्ते के लिए राजी थे लेकिन इंटरकास्ट को लेकर दीपिका की फैमिली तैयार नहीं थी। बाद में उनके काफी समझाने पर दीपिका के पेरेंट्स भी मान गए।
दीपिका और अतानु ने साल 2018 में 11 दिसंबर को सगाई की थी। -
दीपिका रांची के रातू रोड इलाके की रहने वाली हैं। उनके पिता एक आटो चालक हैं। उन्होंने गरीबी से ऊपर उठकर पिछले कुछ वर्षों में दुनिया की अनेक स्पर्धाएं अपने नाम की हैं।
दीपिका और अतानु को आशीर्वाद देने झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन भी पहुंचे। मुख्यमंत्री ने मोरहाबादी स्थित वृंदावन विवाह घर में आयोजित विवाह समारोह में वर- वधु को शादी की बधाई व सुखद दाम्पत्य जीवन के लिए शुभकामनाएं दीं। दीपिका के पति अतानु महज 8 बारातियों के साथ कोलकाता से झारखंड पहुंचे जिसमें उनके माता-पिता और कुछ करीबी थे। -
दीपिका के घर वालों की ओर से महज 50 लोगों को ही वेडिंग कार्ड बांटे गए थे जिसमें मेहमानों के आने का समय भी तय था। सभी से जोड़े को आशीर्वाद देकर और खाना खाकर प्रस्थान करने का आग्रह किया गया था ताकि दूसरे लोग भी आ सकें। क्योंकि इन दिनों पंडाल में 50 से अधिक लोग नहीं होने चाहिए। खानी-पीने में वेज और नॉनवेज दोनों बनाए गए थे। वेडिंग में लिट्टी चोखे को ज्यादा पसंद किया गया।
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हल्दी की रस्म के दौरान दीपिका की तस्वीर।