आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी में 8 टीमें खेल रही हैं। इन सभी टीमों के कप्तानों ने फर्श से अर्श का सफर तय किया है। अपने जज्बे और खेल के कौशल से उन्होंने वो मुकाम हासिल किया, जिसका ख्वाब हर क्रिकेटर देखता है। अपने देश का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिनिधित्व करने का। लेकिन वक्त के साथ इन टीमों के कप्तानों के लुक में कितना बदलाव आया है। आइए आपको दिखाते हैं। तस्वीर-ICC -
एबी डिविलियर्स (2006-2017) : साउथ अफ्रीका का यह धाकड़ बल्लेबाज जब फॉर्म में होता है तो रोकना किसी भी टीम के गेंदबाज के बस की बात नहीं होती। विश्व क्रिकेट की सबसे तेज सेंचुरी मारने का रिकॉर्ड डिविलियर्स के नाम ही है। अपने करियर के पहले हिस्से में उनका प्रदर्शन उतना अच्छा नहीं था, लेकिन दूसरे में उन्होंने खुद को एक विस्फोटक बल्लेबाज में तब्दील कर लिया। पहले मासूम से नजर आने वाले डिविलियर्स अब परिपक्व हो चुके हैं।तस्वीरें-स्पोर्ट्सकीड़ा.कॉम
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एंजेलो मैथ्यूज (2009-2017) : मैथ्यूज ने उस वक्त शुरुआत की थी जब श्रीलंकाई क्रिकेट में सनथ जयसूर्या, महेला जयवर्धने और कुमार संगाकारा का दबदबा था। वक्त के साथ उनका कद बढ़ा और अपने अॉलराउंड प्रदर्शन से उन्होंने हमेशा खुद को साबित किया। वह 2014 में टी-20 विश्वकप जीतने वाली टीम का हिस्सा रह चुके हैं। इसके अलावा 2011 विश्व कप और 2012 के वर्ल्ड टी20 टीम में भी वह शामिल रहे थे। 2015 के विश्व कप में उन्हीं के नेतृत्व में श्रीलंका क्वॉटर फाइनल्स में पहुंची थी।
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स्टीव स्मिथ (2008-2017) : 19 वर्ष की उम्र में बतौर लेग स्पिनर शुरुआत करने वाले स्मिथ थोड़ी बहुत बैटिंग करना ही जानते थे। लेकिन जल्द ही उन्होंने तीनों फॉर्मेट्स में खुद को सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज के तौर पर स्थापित कर लिया। अॉस्ट्रेलिया के कप्तान स्मिथ अपने देश की अंडर 19 टीम का हिस्सा भी रहे थे। अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए उन्हें 2014 की एेशेज सीरीज का इंतजार करना पड़ा, जिसमें उन्होंने कई रिकॉर्ड तोड़े। इसी साल मार्च में वह टेस्ट रैंकिंग में पांचवे नंबर पर पहुंच गए थे।
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सरफराज अहमद (2006-17) : विराट कोहली की तरह सरफराज भी पाकिस्तान के लिए अंडर 19 क्रिकेट विश्व कप जीत चुके हैं। करियर की शुरुआत में जगह बनाने के लिए उन्हें पाकिस्तानी टीम में कामरान अकमल और उमर अकमल से मुकाबला करना पड़ा। इसी साल फरवरी में उन्हें वनडे टीम की कप्तानी सौंपी गई थी। 4 जून को हुए मैच में इन्हीं की कप्तानी में पाकिस्तान भारत से हार गया था।
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इयोन मॉर्गन (2006-2017) : इंग्लैंड के कप्तान मॉर्गन 2004 और 2006 में हुए अंडर 19 विश्वकप में आयरलैंड टीम के कप्तान रहे थे। वह अपनी ताबड़तोड़ बल्लेबाजी के लिए जाने जाते हैं। सीनियर प्लेयर्स के रिटायर होने के बाद उन्हें कप्तान बनाया गया।
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मशरफे मुर्तजा (2003-2017) : मौजूदा दौर में बांग्लादेश का यह खिलाड़ी लंबे समय से क्रिकेट खेल रहा है। उन्होंने कभी भी चोटों को अपने करियर के आड़े नहीं आने दिया। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उन्होंने 16वें वर्ष में कदम रखा था। 11 साल बाद अब तक वह चैम्पियंस ट्रॉफी में अपनी टीम का नेतृत्व कर रहे हैं।
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केन विलियमसन (2008-2017) : बेहद मासूम नजर आने वाले न्यूजीलैंड के कप्तान विलियमसन ने साल 2010 में डेब्यू किया था। जल्द ही अपने टेम्परामेंट और टेक्नीक की बदौलत वह लाइमलाइट में आ गए थे। बेहद शांत क्रिकेटर माने जाने वाले विलियमसन 26 साल की उम्र में 61 टेस्ट मैच खेल चुके हैं।
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विराट कोहली (2008-2017) : कामयाबी ने बहुत कम उम्र में ही विराट कोहली के कदम चूम लिए थे। साल दर साल कोहली एक बड़े खिलाड़ी के रूप में कदम बढ़ाते चले गए। आज 28 साल की उम्र में वह दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक हैं। कोहली लाइमलाइट में उस वक्त आए थे, जब भारत ने उनकी कप्तानी में 2008 में अंडर-19 वर्ल्ड कप जीता था। फिलहाल वह तीनों फॉर्मेट्स में भारतीय टीम के कप्तान हैं। बचपन में वह काफी मोटे हुआ करते थे, लेकिन आज अपने बीयर्ड लुक और स्टाइल के कारण उनकी पहचान सबसे फिट खिलाड़ियों में होती है।