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क्रिकेट हमेशा से पुरुषों का खेल माना जाता रहा है। लेकिन पिछले कुछ समय में जहां मैदान के अंदर महिला क्रिकेटर्स ने अपने शानदार प्रदर्शन से सबका ध्यान अपनी ओर खींचा है तो वहीं मैदान के बाहर कमेंट्री की दुनिया में भी कई महिलाएं सामने आईं हैं। दक्षिण अफ्रिका की पहली महिला टीवी कमेंटेटर कस्तूरी नायडू भी कमेंट्री की दुनिया में तेजी से नाम कमा रही हैं। कस्तूरी का नाम पहली बार 2003 के वर्ल्ड कप के दौरान सामने आया था। कस्तूरी उससे पहले अखबारों के लिए खेल रिपोर्टिंग करती थी। कस्तूरी भारतीय मूल की है। उनका परिवार आंध्र प्रदेश का रहने वाला है। उनके दादा काफी समय पहले डर्बन गए थे तब से उनका परिवार वहीं बस गया। कस्तूरी कभी भी क्रिकेटर नहीं रही हैं ऐसे में उनका यहां तक पहुंचना आसान नहीं था। भारत में भी सिर्फ हर्ष भोगले ही एकलौते नॉन क्रिकेटर बड़े कमेंटेटर हैं। आगे जानिए कस्तूरी नाएडू और उनके बेटे से जुड़ी दिलचस्प बातें … (सभी पिक्चर्स- इंस्टाग्राम)
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कस्तूरी ने 14 साल की उम्र में मशहूर ब्रिटिश महिला क्रिकेट कमेंटेटर डोना साइमंड्स क्रिकेट कमेंट्री करते सुना था जिसके बाद उन्होंने भी मन में कमेंटेटर बनने की ठान ली।
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क्रिकेट की समझ बढ़ाने के लिए कस्तूरी स्कूल के दिनों में घंटों मैदान में बैठकर क्रिकेट देखा करती थी। इस दौरान उनके भाई उनकी मदद करते थे।
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उन्हें करियर में बड़ा बदलाव 2003 के दक्षिण अफ्रिका के क्रिकेट वर्ल्ड कप के दौरान आया। उन्हें पोस्ट मैच प्रेस कॉन्फ्रेंस होस्ट करने के लिए चुना गया। ऐसा करने वाली वो पहली महिला था।
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कस्तूरी शादीशुदा हैं उनका एक आठ साल का बच्चा भी है। उनका बेटा क्रिकेट का बहुत बड़ा फैन है उसका सपना बड़े होकर क्रिकेटर बनेने का है। पिक्चर में कस्तूरी अपने पति के साथ नजर आ रही हैं।
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कस्तूरी बताती हैं कि उनका बेटा विराट कोहली से मिलने की जिद करता है। अपने आखिरी बर्थडे पर उनके बेटे ने दक्षिण अफ्रिकी क्रिकेटर एबी डिविलियर्स का साइन किया बैट बतौर गिफ्ट लिया था।
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कस्तूरी का कहना है कि उनका बेटा भारत जाने की जिद करता है ताकि वो लेग स्पिन बाउलिंग और बेहतर तरीके से सीख सके। साथ ही आईपीएल ने भी उसपर बहुत प्रभाव डाला है। उससे लगता है सिर्फ भारत में होने से ही वो क्रिकेट के बारे में और बहुत कुछ सीख सकता है।