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भारतीय बैडमिंटन स्टार साइना नेहवाल आज उस मुकाम पर हैं जो किसी पहचान की मुंहताज नहीं है। 17 मार्च 1990 को हरियाणा के हिसार में जन्मी साइना ने भारतीय बैडमिंटन की एकलौती स्टार हैं जिन्होंने सभी बड़े BWF टून्टामेंट में अपना योगदान दिया है। हाल के कुछ सालों में भारतीय बैटमिंडन ने भी विश्व स्तर पर कामयाबी हासिल की है जिसका श्रेय साइना को भी जाता है। साइना ही ओलपिंक जीतने वाली पहली भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी है। मगंलवार (17 मार्च) को साइना 30 साल को चुकी हैं। आज हम आपको बैडमिंटन स्टार की प्रोफेशनल और पर्सनल लाइफ को लेकर चर्चा कर रहे हैं। आइए डालते हैं साइना के अब तक के सफर पर एक नजर। (All Photos- Instagram)
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साइना ने शुरुआती पढ़ाई हरियणा से की है। उनके पिता हरवीर सिंह हरियाणा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी में साइंटिस्ट थे। बाद में उनका ट्रांसफर हैदराबाद हो गया। बैडमिंटन के गुर साइना को अपने पेरेंट्स से मिले हैं। साइना के माता-पिता दोनों ही बेहतरीन बैडमिंटन प्लेयर हैं। आए दिन ही साइना इंस्टाग्राम पर पेरेंट्स के साथ बैडमिंटन खेलते हुए वीडियो शेयर करती रहती हैं।
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पेरेंट्स जरूर बैडमिंटन प्लेयर थे लेकिन बेटी साइना ने कुछ और सपना देखा था। दरअसल, बैडमिंटन से पहले साइना कराटे की क्लास में जाया करती थी। वह कराटे में ब्राउन बेल्ट है लेकिन अगली परीक्षा बेहद कठिन थी। ब्लैक बेल्ट हासिल करने के लिए साइना को अपने पेट पर 90 किलो का वजन रखवाना था। इस टेस्ट को देने जब साइना गईं तो उनकी हिम्मत ने साथ छोड़ दिया था। इसी के बाद उन्होंने बैडमिंटन की प्रोफेशनल ट्रेनिंग लेनी शुरू की थी।
अब भारतीय महिला बैडमिंटन के सिंगल्स में दुनिया के नंबर एक स्थान तक पहुंचने में कामयाबी पाई और तब से वे देश की लड़कियों की स्टार आइकन बनी हुई हैं। साइना एकमात्र भारतीय हैं जिन्होंने सभी बडे बीडब्ल्यूएफ टूर्नामेंट में मेडल अपने नाम किया है। इसमें बीडब्ल्यूएफ वर्ल्ड चैंपियनशिप, ओलंपिक, बीडब्ल्यूएफ वर्ल्ड जूनियर चैंपियनशिप शामिल है। वे बीडब्ल्यूएफ वर्ल्ड जूनियर चैंपियनशिप जीतने वाली एकमात्र भारतीय हैं। -
साइना ओलपिंक गोल्ड जीतने वाली भारत की पहली बैडमिंटन खिलाड़ी हैं। वे 2008 ओलंपिक की बैडमिंटन प्रतियोगिता के क्वार्टरफाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बनीं और इसके बाद साल 2012 में लंदन ओलंपिक में उन्होंने ब्रॉन्ज मेडल जीता था।
साइना ने साल 2010 और 2018 के कॉमनवेल्थ खेलों में सिंगल्स में गोल्ड मेडल जीता है, इसके अलावा 2014 में उन्होंने उबेर कप में भारतीय टीम की कप्तानी की जिसमें उनकी टीम को ब्रॉन्ज मेडल मिला। साइना को साल 2016 में पद्मभूषण से सम्मानित किया गया। इससे पहले उन्हें राजीव गांधी खेल रत्न (2009-10), पद्मश्री (2010) और अर्जुन अवार्ड (2009) से सम्मानित किया जा चुका है। साइना ने साल 2018 में बैडमिंटन प्लेयर पारुपल्ली कश्यप से लव मैरिज की। दोनों एक साथ गोपीचंद पुलेला से ट्रेनिंग लेते थे। इस साल साइना ने राजनीति की दुनिया में भी अपनी किस्मत आजमाई है। उन्होंने साल 2020 के फरवरी में बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की थी। साइना नेहवाल का जन्म एक शाकाहारी परिवार में हुआ था। भारत की सभी प्रतियोगिता में वह वेजिटेरियन थीं लेकिन जब वह अपने कोच के साथ चीन पहुंची तो उन्हें मीट खाना पड़ा। जहां पर उन्हें कोई भी रेस्टोरेंट वेजिटेरियन नहीं मिला तब उन्होंने पहली बार फिश और क्रेब को खाया। साल 2005 के बाद से वह नॉन वेजिटेरियन बन गईं। वह 90 फीसदी वेजिटेरियन हैं। कभी कभार ही वह मीट खाती हैं।