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रियो ओलंपिक का उद्घाटन समारोह शहर के माराकैना स्टेडियम में शुरू हो गया है। डोपिंग विवाद से लेकर जीका वायरस, खिलाड़ियों के लिए जरूरतमंदन सामान की कमी टीवी, रूम, कुर्सी आदि और किट का देरी से पहुंचने जैसे कई मुद्दों के बाद आखिरकार ब्राजील में रियो ओलंपिक 2016 ओलंपिक के महाकुंभ का आगाज शुरू हुआ। ब्राजील में होने वाला यह खेल कई तरीके से खास है और देखने लायक भी है, जिसकी कई वजह हैं। आयोजन में 206 देशों की टीमें और एक शरणार्थी टीम 28 खेलों में अपना हुनर दिखाने आए हैं। इन खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर दुनियाभर के करोड़ों लोगों की निगाहें लगी है।
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रियो ओलंपिक ऐसे समय में ब्राजील में आयोजित किया जा रहा है जब वहां राजनीतिक संकट और आर्थिक मंदी गहराती रही है। कुछ लोग माराकैना स्टेडियम के बाहर इस महंगे खेल आयोजन का विरोध भी कर रहे है।
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इस बार का रियो ओलंपिक इसलिए भी खास है क्योंकि इस बार 112 साल बाद गोल्फ की वापसी हो रही है। कहने को तो यह 31वां ओलंपियाड है लेकिन यह 28 वां ओलंपिक आयोजन है। 1916,1940 और 1944 में विश्व युद्धों हुए थे, जिस कारण इन सालों में ओलंपिक खेल का आयोजन किया गया।
कोसावो और दक्षिण सूडान पहली बार ओलंपिक में शिरकत कर रहे हैं। रियो ओलंपिक में 554 खिलाड़ियों के साथ शामिल हुई अमरीका की टीम, सबसे बड़ी ओलंपिक टीम है तो 100 मीटर के धावक इटिमोनी के साथ शामिल हुऐ देश तुवालू की टीम सबसे छोटी है। -
इस आयोजन में 300 डांसर और 5000 वालयंटियर्स शरीक हुए हैं। रियो में 10500 खिलाड़ी 207 टीमों के तहत हिस्सेदारी कर रहे हैं। यह एक रिकॉर्ड है। बार्जील में मराकना जीन्यू यहां का सबसे छोटा स्टेडियम है। यहां पर वॉलीबॉल खेलों का आयोजन होगा।
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इस ओलंपिक में पहली बार साल 2000 के बाद पैदा हुए खिलाड़ी हिस्सा लेंगे। नेपाल की 13 वर्षीय तैराक गौरिका सिंह रियो ओलंपिक में हिस्सा लेने वाली सबसे कम उम्र की खिलाड़ी हैं।
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अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक कमेटी (IOC) के मुताबिक इस साल के रियो खेलों में शेल्टर्स की टीम भी हिस्सा ले रही है। 206 देशों और शरणार्थियों की एक टीम इस ओलंपिक में शामिल है। इस ओलंपिक में 28 प्रकार के खेलों की प्रतियोगिता होगी। शरणार्थियों की टीम में 10 सदस्य हैं, जिसमें पांच दक्षिण सूडान,दो सीरिया,दो डीआर कांगो और एक इथियोपिया से खिलाड़ी शामिल किए गए हैं। यह टीम ओलंपिक के झंडे के तहत हिस्सा लेगी।
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शरणार्थियों की टीम में 10 सदस्य हैं, जिसमें पांच दक्षिण सूडान,दो सीरिया,दो डीआर कांगो और एक इथियोपिया से खिलाड़ी शामिल किए गए हैं। यह टीम ओलंपिक के झंडे के तहत हिस्सा लेगी।
इस बार का रियो ओलंपिक इसलिए भी खास है क्योंकि इस बार 112 साल बाद गोल्फ की वापसी हो रही है। कहने को तो यह 31वां ओलंपियाड है लेकिन यह 28 वां ओलंपिक आयोजन है। 1916,1940 और 1944 में विश्व युद्धों हुए थे, जिस कारण इन सालों में ओलंपिक खेल का आयोजन किया गया।
