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रमेशबाबू प्रग्गनानंद ने शतरंज की दुनिया में एक नया इतिहास लिख दिया है। केवल 18 साल की उम्र में उन्होंने फिडे (Federation Internationale des Echecs) शतरंज विश्व कप टूर्नामेंट के फाइनल में जगह बनाने में कामयबा रहे। (Source: @pragg_chess/instagram)
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शतरंज के खेल में विश्व कप फाइनल तक पहुंचने वाले प्रग्गनानंद दूसरे भारतीय बन गए हैं। इससे पहले इस पायदान तक केवल विश्वनाथन आनंद ही पहुंच पाए हैं। (Source: @pragg_chess/instagram)
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10 अगस्त 2005 को चेन्नई, तमिलनाडु में जन्में रमेशबाबू प्रग्गनानंद ने साल 2013 में वर्ल्ड यूथ चेस चैंपियनशिपर अंडर-8 का खिताब जीता था, जिससे उन्हें फिडे मास्टर का खिताब मिला था। (Source: @pragg_chess/instagram)
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2016 में 10 साल, 10 महीने और 19 दिन की उम्र में प्रग्गनानंद अंतरराष्ट्रीय मास्टर बन गए थे। साल 2017 में 12 साल, 10 महीने और 13 दिन की उम्र में वह ग्रैंडमास्टर बने थे। (Source: @pragg_chess/instagram)
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22 फरवरी 2022 को 16 साल की उम्र में वह वर्ल्ड चैंपियन मैग्नस कार्लसन को एयरथिंग्स मास्टर्स रैपिड शतरंज टूर्नामेंट में एक रैपिड गेम में हराने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बने थे। इसी साल उन्हें राष्ट्रपति द्रौपदीने ने अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित किया था। (Source: @pragg_chess/instagram)
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ग्रैंडमास्टर प्रग्गनानंद के परिवार में उनकी मां, पिता और एक बहन है। उनकी बहन वैशाली भी एक प्रसिद्ध शतरंज खिलाड़ी हैं। प्रग्गनानंद के परिवार के अनुसार, शतरंज में उनकी रुचि बहन को देखकर हुई। (Source: @pragg_chess/instagram)
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उनके माता-पिता ने बताया था कि जब प्रग्गनानंद की बहन वैशाली छोटी थीं, तो वह घंटों टीवी देखती थीं। इससे परेशान होकर उनके पिता ने टीवी देखने की आदत छुड़ाने के लिए अपने नजदीकी शतरंज एकेडमी में उनका दाखिला करा दिया। (Source: @pragg_chess/instagram)
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वहीं बहन को शतरंज खेलते देख प्रग्गनानंद को भी इसमें रुचि हो गई और दोनों भाई बहनों ने फिर एकेडमी में शतरंज की बारीकियों को सीखा। तभी से दोनों भाई-बहन शतरंज खेल रहे हैं और काफी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। बता दें, प्रग्गनानंद की बहन आईएम और वुमन ग्रैंडमास्टर हैं। (Source: @pragg_chess/instagram)
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वहीं बात करें फिडे शतरंज विश्व कप टूर्नामेंट के फाइनल की तो 18 साल के प्रग्गनानंद का मुकाबला पांच बार के चैंपियन रह चुके 32 साल के मैग्नस कार्लसन से चल रहा है। बुधवार को फाइनल मुकाबले में प्रग्गनानंद ने दमदार प्रदर्शन किया। उन्होंने दोनों बाजियों में मैग्नस कार्लसन को ड्रॉ पर रोका। अब चैम्पियन का फैसला आज यानी 24 अगस्त को टाई ब्रेकर के जरिए होगा। (Source: @pragg_chess/instagram)