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युवराज सिंह के संन्यास लेने के बाद अब सौरव गांगुली की कप्तानी में खेलने वाले खिलाड़ियों में से अब एक और नाम कम हो गया है। युवी के पहले दादा की फौज से वीरेंद्र सहवाग, गौतम गंभीर, वीवीएस लक्ष्मण, राहुल द्रविड़, जहीर खान रिटायरमेंट ले चुके हैं वहीं महेंद्र सिंह धोनी, दिनेश कार्तिक, हरभजन सिंह, पार्थिव पटेल जैसे खिलाड़ी अब भी खेल रहे हैं। बहरहाल, यहां हम आज आपको ऐसे खिलाड़ियों के बारे में बता रहे हैं जिन्हें अपना फेयरवेल मैच खेलने का मौका नहीं मिला। इस लिस्ट में भारतीय टीम के हिस्सा रहे बड़े-बड़े धुरंधर खिलाड़ी शामिल हैं। युवराज सिंह के संन्यास लेने के बाद टीम इंडिया के उपकप्तान रोहित शर्मा को भी अफसोस है। उन्होंने युवी के लिए कहा, आपको किसी चीज की अहमियत का तब पता चलाता है जब वह आपके पास नहीं होती। इसके साथ ही रोहित का मानना है कि युवराज एक बेहतर विदाई के हकदार थे। भारत की तरफ से वेस्टइंडीज के खिलाफ जून 2017 में अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले युवराज ने 10 जून को क्रिकेट से संन्यास ले लिया। इस दौरान उन्होंने खुलासा किया कि बीसीसीआई ने ‘यो यो’ टेस्ट में विफल होने पर उन्हें विदाई मैच का प्रस्ताव दिया था। युवराज ‘यो यो’ टेस्ट में सफल रहे और लेकिन उन्हें विदाई मैच खेलने का मौका कभी नहीं मिला। फैंस भी उनके आखिरी मैच को देखना चाहते थे लेकिन अफसोस युवी को यह चांस नहीं मिला। हालांकि युवराज कोई पहले ऐसे क्रिकेटर नहीं है जिन्होंने बिना विदाई मैच खेलकर क्रिकेट संन्यास लिया हो। युवराज के अलावा भी तमाम ऐसे धुरधंर खिलाड़ी हैं जिन्हें यह मौका नहीं मिला। आइए डालते हैं टीम इंडिया के इन धुरंधर खिलाड़ियों पर एक नजर जिन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच के जरिए विदाई नहीं मिली। (All Pics- PTI)
टीम इंडिया के सबसे शानदार तेज गेंदबाजों में से एक जहीर खान भी अपना विदाई मैच नहीं खेल पाए थे। जहीर खान ने 15 अक्टूबर 2015 को एक ट्वीट कर संन्यास लेने के ऐलान किया था। उन्होंने अपने क्रिकेट करिअर में देश के लिए 200 मैचों में 282 विकेट झटके हैं। वह अपना फेयरवेल खेलना चाहते थे लेकिन उन्हें यह मौका नहीं दिया गया। वीवीएस लक्ष्मण ने 2012 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी के दौरान अंतराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिया था। लक्ष्मण के संन्यास की बात सुनकर उनकी पत्नी की आंखों में आंसू आ गए थे। लक्ष्मण भी अपना फेयरवेल मैच नहीं खेल पाए। उन्होंने देश के लिए 86 ODI मैचों में 2338 रन बटोरे हैं और 134 टेस्ट मैचों में 8781 रनों का रिकॉर्ड उनके नाम है। -
सहवाग अपने दौर में टीम इंडिया के विस्फोटक बल्लेबाज माने जाते थे। वीरू ने अपने 37वें जन्मदिन पर क्रिकेट से संन्यास किया था। दूसरी बार आईसीसी वर्ल्ड कप हासिल करने वाले साल 2011 के वर्ल्ड कप में वीरू का बड़ा योगदान रहा। वह हर मैच की शुरुआत जोर-शोर से करते थे। सहवाग ने देश के लिए 251 वनडे मैचों में 8273 रन बनाए हैं। वह अपना आखिरी मैच मैदान पर नहीं खेल पाए।
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गांगुली की कप्तानी में गौतम गंभीर भी शानदार बल्लेबाज रहे हैं। उन्होंने 2011 वर्ल्ड कप फाइनल में 97 रनों की शानदार पारी खेली थी। उन्होंने 4 दिसंबर 2018 को अपने ट्विटर अकाउंट पर एक वीडियो पोस्ट कर संन्यास का ऐलान किया था। गंभीर ने देश के लिए 147 मैचों में 5238 रन बनाए हैं। अब गंभीर राजनीति में अपनी छवि निखार रहे हैं।
इस लिस्ट में पूर्व भारतीय बल्लेबाज राहुल द्रविड़ का भी नाम आता है। टीम इंडिया की दीवार कहे जाने वाले राहुल द्रविड़ ने जब क्रिकेट से संन्यास लेने का ऐलान किया था तो हर कोई सुनकर दंग रह गया था। द्रविड़ भारतीय टीम के अव्वल दर्जे के खिलाड़ी माने जाते थे लेकिन उन्हें भी अपना आखिरी मैच खेलने का मौका नहीं दिया गया। राहुल ने 2012 में अपने घरेलू मैदान चिन्नास्वामी स्टेडियम में एक कार्यक्रम के दौरान संन्यास लिया था। द्रविड़ के नाम 344 वनडे मैचों में 10889 रन और 164 टेस्ट मैचों में 13288 रन उनके नाम दर्ज हैं।
