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मुंबई टेस्ट मैच से पहले ओपनर मुरली विजय के खराब फॉर्म को लेकर उनकी आलोचना की जा रही थी। विजय के स्किल और शॅर्ट पिच गेंदों को हैंडल करने में आ रही दिक्कत को मुद्दा बनाया जा रहा था। दरअसल, इंग्लैंड के तेज गेंदबाजों ने शुरूआती तीन मैचों में विजय को शॉर्ट पिच गेंदों का इस्तेमाल कर न सिर्फ काफी परेशान किया था बल्कि उन्हें आउट करने में भी कामयाब हो रहे थे। अब विजय ने मुंबई टेस्ट मैच में शानदार शतक जड़कर आलोचकों का मुंह बंद कर दिया है।
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भारत और इंग्लैंड के बीच मुंबई के वानखेड़े क्रिकेट स्टेडियम में खेले जा रहे चौथे टेस्ट मुकाबले के तीसरे दिन भारतीय ओपनर मुरली विजय ने अपना 8वां टेस्ट शतक पूरा किया।
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मुरली विजय ने 282 गेंदों का सामना करते हुए 10 चौकों और 3 छक्कों की मदद से शानदार 136 रनों की पारी खेली। मुरली विजय ने भारत के लिए 45 टेस्ट मुकाबलों में 3000 से ज्यादा रन बनाए हैं।
इस शतक के साथ ही वानखेड़े के मैदान पर शतकों का एक बड़ा रिकॉर्ड मुरली विजय के नाम जुड़ गया है। पिछले 30 सालों में सहवाग के बाद वानखेड़े के मैदान पर शतक लगाने वाले वो दूसरे भारतीय ओपनर बल्लेबाज़ बन गए हैं। -
ओपनिंग बल्लेबाज के तौर पर 1986 के बाद वीरेंद्र सहवाग ने पहली बार साल 2002 में इस मैदान पर शतक लगाया था, जबकि विजय ने अब 14 साल बाद ये कारनामा किया है।
इस मैदान पर सिर्फ गावस्कर और वीरेंद्र सहवाग ही ओपनिंग करते हुए शतक लगा सके थे, जबकि अब इस लिस्ट में विजय का नाम भी शामिल हो गया है। गावस्कर ने इस मैदान पर 1986 में आखिरी बार शतक लगाया था। उनके नाम इस मैदान पर 5 शतक शामिल हो हैं।