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आज की डेट में लाखों बच्चों की चाहत होती है कि वो भविष्य में जाकर महेंद्र सिंह धोनी या विराट कोहली जैसा क्रिकेटर बने। लेकिन क्रिकेटर बनने के लिए किसी डिग्री की जरूरत नहीं होती। लेकिन भारतीय खिलाड़ियों में कुछ नाम ऐसे भी हैं जिन्होंने पढ़ाई में बड़ी-बड़ी उपल्ब्धियां हासिल की है। लेकिन करियर में प्राथमिकता क्रिकेट को ही दी है। आज हम आपको कुछ ऐसे भारतीय क्रिकेटर्स के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्होंने इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की हुई है।
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अनिल कुंबले : भारत में जब भी स्पिन गेंदबाजों की बात होती है तो उसमें अनिल कुंबले का नाम सबसे ऊपर आता है। कुंबले ने अपने करियर में भारत की तरफ से खेलते हुए कई रिकॉर्ड अपने नाम किए हुए हैं। 619 टेस्ट और 337 वनडे खेलने वाले कुंबले ने साल 1991-92 में इंजीनियरिंग की डिग्री ली थी। इसी साल कुंबले ने वनडे मैच में डेब्यू भी किया था। (फोटो सोर्स- ईएसपीएन क्रिकइंफो)
जवागल श्रीनाथ : भारत की तरफ से कई सालों तक बतौर तेज गेंदबाज के रूप में खेलने वाले जवागल श्रीनाथ ने इन्स्ट्रमेनटेशन टेक्नोलॉजी में बीई की डिग्री हासिल की हुई है। जवागल श्रीनाथ जहीर खान और आशीष नेहरा के साथ टीम के लिए गेंदबाजी का बागडोर संभाला करते थे। (फोटो सोर्स- ईएसपीएन क्रिकइंफो) -
रविचंद्रन अश्विन : आज भारतीय टीम के ऑफ स्पिनर गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। आईपीएल में चेन्नई सुपरकिंग्स की तरफ से खेलते हुए अश्विन ने राष्ट्रीय टीम में अपनी जगह बनाई और आज वो भारतीय टीम के स्टार गेंदबाज के रूप में जाने जाते हैं। अश्विन ने चेन्नई के एसएसएल कॉलेज से इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी में बी-टेक किया है। (फोटो सोर्स- ईएसपीएन क्रिकइंफो)
कृष्णमाचारी श्रीकांत : पढ़ाई के साथ-साथ क्रिकेट खेलना का जुनून कृष्णमाचारी श्रीकांत के सिर पर बचपन से ही था। इंजीनियरिंग के दिनों में ही श्रीकांत अलग-अलग स्तर पर क्रिकेट खेला करते थे। इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की शिक्षा लेने वाले श्रीकांत टीम के सफल बल्लेबाज के रूप में याद किए जाते हैं। उन्होंने अपने करियर में कुछ यादगार और बेहतरीन पारियां भी खेली है। (फोटो सोर्स- ईएसपीएन क्रिकइंफो) श्रीनिवासाराघवन वेंकटराघवन : रविचंद्रन अश्विन की तरह श्रीनिवासाराघवन वेंकटराघवन ने ऑफ स्पिन से कुछ ज्यादा रिकॉर्ड तो नहीं बनाए। लेकिन 57 मैचों में 156 विकेट लेने वाले वेंकटराघवन को भारत की तरफ से खेलने के लिए ज्यादा मौके नहीं मिले। वेंकटराघवन एक क्वालिफाइड इंजीनियर थे। गेंदबाजी के बाद उन्होंने क्रिकेट मैदान पर अंपायरिंग करना शुरू कर दिया था। (फोटो सोर्स- ईएसपीएन क्रिकइंफो)