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बैडमिंटन, टेनिस और क्रिकेट जगत में अपने हुनर का परचम लहरा रहीं महिला खिलाड़ियों के बारे में तो आप काफी सुनते रहते हैं लेकिन हम आपको एक और महिला खिलाड़ी के बारे में बता रहे हैं जिसके बारे में आपने ज्यादा नहीं सुना होगा। लेकिन इस महिला खिलाड़ी के भी अपने हुनर के पूरे विश्व में चर्चे हैं। हम बात कर रहे हैं कि इंडियन चेस प्लेयर तानिया सचदेव के बारे में। आगे की स्लाइड क्लिक करते जानिए तानिया सचदेव के बारे में।
8 साल की उम्र में सतरंज में पहला खिताब हासिल करने वाली तानिया हमारे देश की पहली बेस्ट शतरंज महिला खिलाड़ी हैं। -
तानिया सचदेव एक होनहार इंडियन चेस प्लेयर हैं, लेकिन इसके अलावा भी उनके अंदर कई खूबियां हैं। सतरंज खिलाड़ी तानिया बेस्ट इंडियन वुमेन एथलीट्स में स्पोर्ट्स वर्ल्ड की सबसे खूबसूरत महिलाओं में भी गिना जाता है।
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तानिया देश की 8वीं ग्रैंडमास्टर हैं। तानिया सचदेव का जन्म 20 अगस्त, 1986 को दिल्ली में हुआ था। उनके पिता का नाम पम्मी और माता का नाम अंजु सचदेव है। तानिया के पिता पम्मी भी शतरंज के माहिर खिलाड़ी हैं।
बैडमिंटन, टैनिस और क्रिकेट जगत में अपने हुनर का परचम लहरा रहीं महिला खिलाड़ियों के बारे में तो आप काफी सुनते रहते हैं लेकिन हम आपको एक और महिला खिलाड़ी के बारे में बता रहे हैं जिसके बारे में आपने ज्यादा नहीं सुना होगा। लेकिन इस महिला खिलाड़ी के भी अपने हुनर के पूरे विश्व में चर्चे हैं। हम बात कर रहे हैं कि इंडियन चैश प्लेयर तानिया सचदेव के बारे में। आगे की स्लाइड क्लिक करते जानिए तानिया सचदेव के बारे में। -
सतरंज में तानिया सचदेव बचपन से ही तेज तर्रार थीं। उन्होंने पहला खिताब 8 वर्ष की उम्र में ही जीत लिया था। शतरंज तानिया के खून में है। उनके पिता पम्मी निजी जिंदगी में 64 खाने की बिसात के मंजे खिलाड़ी हैं।
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यानी तानिया को सतरंज पारिवारिक विरासत से मिला है।
2008 में उन्होंने इंटरनेशनल मास्टर बनने का गौरव प्राप्त किया था। -
इसके बाद 2009 में उन्होंने एशियन गेम्स में शानदार प्रदर्शन किया, जिसके बाद भारत सरकार ने उन्हें अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित किया।
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तानिया ने 2010 में चेस ओलिंपियाड में भी हिस्सा लिया था। हालांकि वह देश की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर सकीं। लेकिन ओलिंपियाड-2012 में उन्होंने तुर्की में भारतीय तिरंगा फहराया।
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दिल्ली की रहने वाली तानिया ने इस्तांबुल चेस ओलिंपियाड-2012 में जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए ब्रॉन्ज मेडल देश की झोली में डाली।
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7 साल के भतीजे के साथ तानिया सचदेव।