फैंस को दिसंबर में होने वाले भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया के मुकाबले का बेसब्री से इंतजार हैं। इस मुकाबले में अब महज 6 दिन ही बाकी हैं। क्रिकेट से जुड़े जानकारों का कहना है कि टीम इंडिया के लिए इस बार अच्छा मौका है। जानकारों का मानना है कि इस बार टीम इंडिया कंगारुओं को उनके ही घर में धूल चटा सकती है। क्योंकि ऑस्ट्रेलियाई टीम में इस बार ज्यादा अच्छे बल्लेबाज नहीं हैं। हाल ही में आस्ट्रेलिया के पूर्व बल्लेबाज डीन जोंस का बयान आया है। जोंस का कहना है कि आने वाली टेस्ट सीरीज में भारत, ऑस्ट्रेलिया पर जीत हासिल कर सकता है। जोंस ने यह भी कहा है कि अगर इस बार टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया को नहीं हराई पाई तो आगे बहुत मुश्किल होगा। जोंस का कहना है कि स्टीव स्मिथ और डेविड वार्नर के बिना आस्ट्रेलियाई टीम उतनी मजबूत नहीं लग रही जिससे भारत के पास आस्ट्रेलिया में पहली टेस्ट श्रृंखला जीतने का सुनहरा मौका है । लेकिन बात अगर ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजों की करें तो इस बार आपको मैदान पर चौकड़ी नजर आएगी। ऑस्ट्रेलियाई टीम में चार ऐसे गेंदबाज हैं जिनके आगे भारतीय बल्लेबाज घुटने टेक सकते हैं। ये वो गेंदबाज हैं जिन्हें हाल ही में हुए टेस्ट मैचों से दूर रखा था। ऑस्ट्रेलिया और भारत से बीच यह सीरीज 6 दिसंबर 2018 से शुरू होगी। बाएं हाथ के तेज गेंदबाज मिशेल स्टार्क को भारत के खिलाफ आगामी इंटरनैशनल मैच के लिए ऑस्ट्रेलियाई टीम में शामिल किया गया है। स्टार्क ने चोटिल बिली स्टानलेक का स्थान लेंगे। वह एक कमाल के गेंदबाज हैं। मिशेल स्टार्क को भारत के खिलाफ T-20 सीरीज से आराम दिया गया था ताकि वह 6 दिसंबर से शुरू हो रही टेस्ट सीरीज में अपना तेज गेंदबाजी का जलवा दिखा सकें। हालांकि उन्होंने टी-20 के आखिरी मैच में गेंदबाजी की थी। स्टार्क की गेंदबाजी का अजिंक्य रहाने, विराट कोहली के अलवा तमाम इंडियन क्रिकेटर्स के सामना करना भारी पड़ सकता है। -
जोश हेजलवुड को भी पिछली टी-20 सीरीज से दूर रखा गया था। अब उन्हें 6 दिसंबर से होने वाले मैच में शामिल किया गया है। सीधे हाथ के तेज गेंदबाज हेजलवुड ने 2014 में भारत के खिलाफ डेब्यु किया था। जानकारों का कहना है कि हेजलवुड की खतरनाक गेंदबाजी का अच्छे-अच्छे बल्लेबाजों को सामना करना कठिन पड़ सकता है। रिकी पोन्टिंग ने भी भविष्यवाणी की है कि ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड इस टेस्ट सीरीज में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज साबित होंगे। उन्होंने कहा, 'एडिलेड और पर्थ का विकेट जोश हेजलवुड को काफी पसंद आता है। इन दोनों ही पिचों पर वह अपनी गेंदों का बेहतरीन इस्तेमाल करते हैं। 6 फीट और 5 इंच की लंबाई के साथ वह पिच से मिलने वाली उछाल का भी भरपूर लाभ उठाएंगे और इस तरह की गेंदबाजी का सामना करने में अधिकतर भारतीय बल्लेबाज परेशानी महसूस करते हैं।'
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ऑस्ट्रेलिया के तीसरे अक्रामाक गेंदबाज हैं पैट कमिंस। उन्होंने 18 साल की उम्र में साउथ अफ्रीका के खिलाफ हुए मैच से डेब्यु किया था। कमिंस 2018 में हुए टेस्ट मैचों में सबसे ज्यादा विकेट लेने दूसरे गेंदबाज हैं। हाल ही में हुई 5 टेस्ट सीरीजों में उन्होंने 30 विकेट झटके हैं। भारतीय बल्लेबाजों के लिए कमिंस की गेंजबाजी एक बड़ी चुनौती है। टीम इंडिया को कमिंस की चुनौती का सामना करने के लिए पूरी तरह से कमर कसनी जरूरी है। वह एक युवा गेंदबाज हैं।
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नाथन लायन ऑस्ट्रलिया के महान स्पिनर हैं। ऑस्ट्रेलिया पिच पर वह कमाल का प्रदर्शन करते हैं। ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज स्पिनर नाथन लायन ने सीरीज से पहले प्रैक्टिस मैच में ही शेफील्ड शील्ड में गजब की गेंदबाजी से भारतीय टीम को टेंशन दे दी। लायन ने वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ न्यू साउथ वेल्स की ओर से खेलते बेहतरीन गेंदबाजी की है और 86 रन देकर 4 विकेट हासिल किए। लायन ने अपनी टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई और साथ ही जीत का इशार भी कर दिया है। हालांकि यह तो प्रैक्टिस मैच था लेकिन अगर उन्होंने यही तेवर 6 दिसंबर को दिखाया तो भारतीय बल्लेबाजों के लिए बैटिंग करना मुश्किल हो जाएगा। उनकी इस गेंदबाजी से भारतीय टीम की टेंशन बढ़ा दी है।