देहरादून की रहने वाली भूमिका शर्मा ने वेनिस में आयोजित की गई वर्ल्ड बॉडीबिल्डिंग चैम्पियनशिप में मिस वर्ल्ड का खिताब जीत लिया है। इस प्रतियोगित का आयोजिन पिछले हफ्ते किया गया था। इस खिताब को जीतने के बाद भूमिका ने यह साबित कर दिया कि बॉडीबिल्डिंग केवल पुरुषों का ही काम नहीं है बल्कि महिलाएं भी इसमें अपना बेहतरीन प्रदर्शन कर देश का नाम रोशन कर सकती हैं। भूमिका ने इस प्रतियोगिता में तीन कैटेगरी में सबसे ज्यादा प्वाइंट बनाए, जिनमें इंडिविज्यल पोसिंग, बॉडी पोसिंग और फॉल शामिल थे। अपनी इस जीत पर खुशी जताते हुए भूमिका ने कहा कि भारतीय बॉडीबिल्डिंग स्क्वॉड मे टोटल 27 में सदस्य थे जिनमें केवल वही एक महिला बॉडीबिल्डर थीं। मैंने तीनों राउंड में अच्छे प्वाइंट बनाए और खिताब अपने नाम दर्ज कर देश को गौरवान्वित किया है। इस प्रतियोगिता में दुनिया की करीब 50 महिला प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया था। भूमिका का बॉडीबिल्डिंग के लिए कितना जुनून है इसकी जानकारी उसके कोच ने दी। कोच ने बताया कि भूमिका के परिजन चाहते थे कि वह अपना करियर शूटिंग में बनाए। भूमिका अपने माता-पिता की अकेली संतान है इसलिए अपने माता-पिता को बॉडीबिल्डिंग में अपना करियर बनाने के लिए राजी करना उसका लिए बहुत ही मुश्किल था। -
भूमिका द्वारा काफी मनाने के बाद उसके परिजनों को बॉडीबिल्डिंग के लिए उसका जुनून दिखाई दिया और उन्होंने उसे इसमें अपना करियर बनाने की इजाजत दे दी। भूमिका इतनी मेहनती है कि उसे बॉडीबिल्डिंग करने के अलावा कुछ और दिखाई नहीं देता है।
भूमिका जिम में करीब सात घंटे बिताती हैं तो वहीं इसके अलावा भूमिका की माता हंसा मनराल शर्मा समय-समय पर उन्हें बॉडीबिल्डिंग को लेकर सलाह देती रहती हैं क्योंकि हंसा भारतीय महिला वेटलिफ्टिंग की हेड कोच हैं। इस खिताब के जीतने के बाद भूमिका का आत्मविश्वास और बढ़ गया है और अब वह चाहती हैं कि मिस यूनिवर्स बॉडीबिल्डिंग का खिताब जीतें।
