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धरती पर समय के साथ बहुत कुछ बदलता है, लेकिन कुछ चीजें ऐसी भी हैं जो सहस्राब्दियों से हमारे ग्रह के गवाह बने हुए हैं। ऐसा ही एक अद्भुत पेड़ है Great Basin Bristlecone Pine—जिसे हम मेथुसेलाह (Methuselah) के नाम से जानते हैं। यह न केवल दुनिया का सबसे पुराना ज्ञात non-clonal पेड़ माना जाता है, बल्कि सभ्यता के आरंभ से लेकर आज तक जीवित है। (Photo Source: Flickr)
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हजारों साल पुराना
वैज्ञानिकों के अनुसार, मेथुसेलाह की उम्र 4,857 साल है। इसका मतलब है कि यह उस समय अंकुरित हुआ था जब मिस्र में पिरामिड बन रहे थे। जब स्टोनहेंज का निर्माण हो रहा था, तब यह पेड़ पहले से ही सैकड़ों साल पुराना हो चुका था, और जब चीन की प्राचीन सभ्यता येलो रिवर के किनारे विकसित हो रही थी, तब यह पेड़ 500 साल से अधिक जी चुका था। (Photo Source: Flickr) -
कहां स्थित है मेथुसेलाह?
यह अद्भुत पेड़ अमेरिका के कैलिफोर्निया राज्य के Inyo National Forest में, लगभग 10,000 फीट की ऊंचाई पर White Mountains में स्थित है। इसकी सटीक लोकेशन गोपनीय रखी गई है ताकि इसे तोड़फोड़ या चोरी से बचाया जा सके। यू.एस. फॉरेस्ट सर्विस इसे विशेष सुरक्षा प्रदान करती है। (Photo Source: Flickr) -
प्रतिस्पर्धी ‘अलर्से मिलेनारियो’
काफी समय तक मेथुसेलाह को ही दुनिया का सबसे पुराना पेड़ माना जाता रहा है, लेकिन हाल ही में चिली के Patagonian Cypress (Fitzroya cupressoides) का एक पेड़, जिसे Alerce Milenario या ‘ग्रान अबुएलो’ (Great Grandfather) कहा जाता है, ने इस रिकॉर्ड को चुनौती दी है। (Photo Source: Flickr) -
वैज्ञानिकों के अनुसार यह पेड़ मेथुसेलाह से करीब 500 साल पुराना हो सकता है। हालांकि, इसकी उम्र का अनुमान ट्रेडिशनल “कोरिंग” मेथड यानी ‘रिंग काउंटिंग’ की बजाय पार्शियल रिंग काउंट और कंप्यूटर मॉडलिंग से लगाया गया है, जिस पर सभी विशेषज्ञ सहमत नहीं हैं। (Photo Source: Flickr)
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प्रकृति के इतिहास के संरक्षक
इन प्राचीन पेड़ों की उम्र जानना सिर्फ एक रोचक तथ्य नहीं है, बल्कि यह हमें हजारों साल के जलवायु परिवर्तन का सटीक रिकॉर्ड भी देता है। हर साल पेड़ की छाल में बनने वाली रिंग में उस वर्ष का तापमान, बारिश और यहां तक कि ज्वालामुखी विस्फोट जैसी घटनाओं का भी रिकॉर्ड होता है। (Photo Source: Flickr) -
ऊंचाई वाले इलाकों में उगने के कारण ये तापमान में छोटे बदलावों को भी रिकॉर्ड कर लेते हैं। यही कारण है कि ये पेड़ न केवल वैज्ञानिकों को हजारों साल पुराने मौसम का डेटा उपलब्ध कराते हैं बल्कि जलवायु परिवर्तन से लड़ने में भी अहम भूमिका निभाते हैं। (Photo Source: Flickr)
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मेथुसेलाह से भी पुराना पेड़ जिसे काट दिया गया
इतिहास में एक ऐसा भी पेड़ था, जो मेथुसेला से भी पुराना था – प्रोमीथियस (Prometheus)। 1964 में एक शोधकर्ता ने सैंपल लेने में असफल होने पर पूरे पेड़ को काट दिया और इस गलती ने वैज्ञानिक जगत को गहरा झटका दिया। तब से प्राचीन पेड़ों की लोकेशन गुप्त रखने की परंपरा और सख्त हो गई। (Photo Source: Flickr) -
अमरता का प्रतीक
मेथुसेलाह और इसके जैसे प्राचीन पेड़ हमें यह सिखाते हैं कि जब प्रकृति को सही तरीके से संरक्षित किया जाए, तो वह सहस्राब्दियों तक जीवन को बनाए रख सकती है। ये सिर्फ पेड़ नहीं, बल्कि समय के ऐसे जीवंत दस्तावेज हैं जिन्होंने मानव सभ्यता की शुरुआत से लेकर आज तक हर बदलाव को देखा है। (Photo Source: Flickr)