• English English
  • தமிழ் தமிழ்
  • বাংলা বাংলা
  • മലയാളം മലയാളം
  • ગુજરાતી ગુજરાતી
  • हिंदी हिंदी
  • मराठी मराठी
  • Business Business
  • बिज़नेस बिज़नेस

Jansatta

  • Facebook
  • Twitter
  • Linkedin
  • Instagram
LIVE TV
  • होम
  • ताजा खबर
  • राष्ट्रीय
  • मनोरंजन
  • खेल
  • राज्य
  • वेब स्टोरीज
  • फोटो
  • वीडियो
  • आस्था
  • लाइफस्टाइल
  • हेल्थ
  • टेक्नोलॉजी
  • एजुकेशन
  • जुर्म
  • ई-पेपर
  • आज की ताजा खबर
  • एशिया कप
  • बिहार चुनाव
  • राशिफल
  • वायरल
  • व्यापार
  • हिन्दू कैलेंडर
  • आज की ताजा खबर
  • एशिया कप
  • बिहार चुनाव
  • राशिफल
  • वायरल
  • व्यापार
  • हिन्दू कैलेंडर
  1. Hindi News
  2. Photos
  3. wo times special olympics medal winner was forced to sell golgappas read here real story of her life

2 मेडल जीतने के बाद भी गोलगप्पे बेचकर किया गुजारा, कभी था सीता का नाम अब हैं गुमनाम

आखिर दो मेडल जीतने के बाद क्यों गुमनाम हुई एथलीट सीता साहू।

By: Mohani
August 9, 2018 18:15 IST
हमें फॉलो करें
    • sita sahu with shivraj singh, sita sahu bronz medlist, sita sahu panipuri, gol gappe girl sita sahu, Sita Sahu is a double Special Olympics medalist, double Special Olympics sita sahu
      सचिन, कोहली, धोनी, सिंधु, सायना, सानिया के बारे में तो सभी जानते हैं क्योंकि ये वो नाम हैं जिन्होंने देश का नाम दुनिया में रोशन किया है। लेकिन फिर भी देश की तमाम ऐसी शख्सियत हैं जिनसे हम अंजान हैं। यहां हम आपको एक ऐसी शख्सियत के बारे में बताने जा रहे हैं जिसने एक नहीं बल्कि दो-दो बार भारत का नाम दुनिया भर में रोशन किया है। 15 साल की उम्र में स्पेशल समर ओलिंपक में मेडल हासिल करने वाली सीता साहू के नाम से खुद खेल प्रेमी अंजान हैं। मध्य प्रदेश के रीवा जिले में जन्मी सीता अपनी पहचान के लिए मुहंताज हैं। जी हां, वैसे तो हमारे देश में अगर एक बार कोई भी विदेश में जाकर मेडल जीतकर लाए तो नाम, शोहरत और बुलंदी उसके कदम चूमती हैं। वहीं सीता का नाम अब पूरी तरह से गुमनामी के अंधेरे में है। (AllPhoto/Yotutube/Jansatta)
    • 2011 में एथेंस में आयोजित स्पेशल समर ओलपिंक में 200 मीटर और 1600 मीटर रिले रेस में ब्रॉन्ज मेडल जीतकर देश को गौरवान्वित करने वाली सीता की हालत अब कुछ खास ठीक नहीं है। उन्होंने 2011 में स्पेशल समर ओलपिंक गेम्स के दौरान 2 मेडल जीते थे। एथेंस में उन्होंने 15 दिनों में जो देखा वह किसी सपने से कम नहीं था। 15 साल की उम्र में पदक जीतने पर भी सीता को मीडिया में ज्यादा कवरेज नहीं मिली थी। मेडल जीतने के बाद शिवराज सरकार ने उन्हें 1 लाख रुपए देने के वादा किया था लेकिन बाद में उन्हें इनामी राशि महैया नहीं कराई गई। लिहाजा इसके बाद सीता की मां ने उन्हें घर में गोलगप्पे बनाने की ट्रेनिंग दी। उन्होंने सीता को आटे और सूजी के गोलगप्पे बनाना सिखाया और वह दुकान चलाने लगीं। वह हर दिन 150-200 रुपए की कमाई करती थीं। सीता के पिता की सेहत भी ठीक नहीं रहती जिसके चलते उन्हें स्कूल भी छोड़ना पड़ा था। वह गोलगप्पे बेचकर ही अपने परिवार का गुजारा करने लगी थीं लेकिन अब उनका परिवार इस दुकान को चला रहा है।
    • 1/5

      2013 में मिली सरकार से मददः एक गरीब श्रमिक परिवार से ताल्लुख रखने वाली सीता मानसिक रूप से असंतुलित हैं उसके वाबजूद भी वह देश का गौरव हैं। 2013 में सीता को शिवराज सरकार ने इनामी राशि दी।

    • 2013 में राज्य सरकार ने NTPC के साथ मिलकर सीता को 5 लाख रूपए दिए। सरकार की सहायता के बाद सीता अपने सभी भाई-बहनों सहित स्कूल जाने लगी हैं। सीता उस दौरान सीता मीडिया में काफी नजर आईं जब वह पहली बार अपने दोस्तों के साथ शिवराज चौहान के घर पर चाय के लिए आमंत्रित की गयी। अब सीता के परिवार की स्थिति बेहतर हुई उसने फिर से अपनी प्रैक्टिस पर ध्यान देना शुरु किया है।
    • 2/5

      मानिसक रूप से असंतुलित हैं सीता: सीता से अगर बात करेंगे तो वह काफी धीमे से बात करती हैं और उत्तर देती हैं। सीता अब घर पर ही दौड़ के लिए प्रैक्टिस करती हैं। सीता के भाई धर्मेंद्र ने कहा कि भले ही सरकार ने सीता को 9 लाख रुपए की सहायता दी है लेकिन अभी दौड़ की प्रैक्टिस वह खुद से कर रही हैं सरकार कोई खास ध्यान नहीं दे रही। वह घर पर ही मैदान में दौड़ लगाती हैं। सीता का परिवार चाहता है कि सीता को आगे की रेस में भाग लेना है इसलिए वह डेली रनिंग प्रैक्टिस करती हैं लेकिन अगर सरकार उनकी ओर थोड़ा और ध्यान दे तो वह देश का नाम फिर से रोशन कर सकती हैं।

Trending Topics
  • राष्ट्रीय
  • मनोरंजन
  • खेल
  • व्यापार
Trending Stories
  • Navratri 2025: ‘दुर्गा माई बिन मंदिरिया’- कल्पना पटवारी और खुशी कक्कड़ का देवी गीत नवरात्रि से पहले छाया
  • हाईवे पर चलते ऑटो में लूट की कोशिश, लुटेरों से भिड़ी महिला; डेढ़ किलोमीटर तक चला घमासान
  • ‘राजनयिक संबंध रद्द करने की मांग करना…’, इजरायल के मुद्दे पर एस जयशंकर ने मुख्यमंत्री पिनाराई के बयान को बताया शर्मनाक
  • 50 साल बाद हंस और मालव्य राजयोग बनने से इन राशियों के शुरू होंगे अच्छे दिन, गुरु और शुक्र देव की रहेगी असीम कृपा, आकस्मिक धनलाभ के योग
  • iPhone 17, Pro, Pro Max और Air की प्री-बुकिंग कैसे करें? जानें कब आपके हाथों में आएगा नया आईफोन, स्टेप-बाय-स्टेप प्रोसेस
  • Delhi: 10 लाख आवारा कुत्तों में लगाई जाएगी माइक्रोचिप, स्कूलों में शुरू किए जाएंगे पशु कल्याण से जुड़े जागरूकता कार्यक्रम
  • बच्चों की बिस्तर में पेशाब करने की आदत कैसे छुड़ाएं? यहां जानिए कुछ आसान तरीके
  • मीठा न खाने पर भी क्यों बढ़ जाता है Blood Sugar? डॉक्टर ने बताए शुगर स्पाइक के 7 कारण
  • सीबीआई ने JNU के पूर्व प्रोफेसर के खिलाफ मामला दर्ज किया, वित्तीय धोखाधड़ी से जुड़े तार
  • Pitru Paksha 2025 Katha: पितृ पक्ष के दौरान पढ़ें ये कथा, मिलेगी पितृ दोष से मुक्ति, प्रेमानंद महाराज ने बताई संपूर्ण कथा
Follow Us
  • Facebook
  • Twitter
  • Linkedin
  • Instagram
Download Apps
  • Play_stor
  • Apple_stor
Express Group
  • The Indian Express
  • The Financial Express
  • Loksatta
  • IeTamil.Com
  • IeMalayalam.Com
  • IeBangla.Com
  • ieGujarati.com
  • InUth
  • IE Education
  • The ExpressGroup
  • Ramnath Goenka Awards
Quick Links
  • T&C
  • Privacy Policy
  • Latest News
  • Contact Us
  • About US
  • This Website Follows The DNPA’s Code Of Conduct
Copyright © 2025 The Indian Express [P] Ltd. All Rights Reserved

  • होम
  • ताजा खबर
  • राष्ट्रीय
  • मनोरंजन
  • खेल
    • क्रिकेट
    • लाइव क्रिकेट स्कोर
  • राज्य
  • फोटो
  • वीडियो
  • आस्‍था
  • लाइफस्टाइल
  • हेल्थ
  • टेक्नोलॉजी
  • एजुकेशन
  • जुर्म
  • वेब स्टोरी
  • पॉडकास्ट
  • जनसत्ता ई-पेपर
  • ऑटो
  • अंतरराष्ट्रीय
  • ट्रेंडिंग
  • व्यापार
  • नई दिल्ली
  • मुंबई
  • राजनीति
  • राशिफल
  • Shorts
  • रील
  • जनसत्ता स्पेशल
  • हमसे संपर्क करें:
  • T&C
  • RSS
  • Privacy Policy
  • About US