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पुलिस की यूनिफॉर्म यानी वर्दी तो हर किसी ने देखी ही होगी। पुलिस की वर्दी न केवल उनके अनुशासन और कर्तव्य का प्रतीक होती है, बल्कि इसमें उपयोग की गई हर चीज का एक खास महत्व और उद्देश्य भी होता है। (Photo Source: Express Archive)
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राज्यों के हिसाब से पुलिस की यूनिफॉर्म में थोड़ा-बहुत अंतर होता है। लेकिन सभी राज्यों की पुलिस की वर्दी में ज्यादातर चीजें कॉमन होती हैं। इनमें से एक है उनकी वर्दी में कंधे पर लगी रस्सी। (Photo Source: Express Archive)
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पुलिस की यूनिफॉर्म में कंधे पर रस्सी फैसन या ऐसे ही नहीं लगाई जाती हैं। इसका अपना अलग महत्व होता है। लेकिन क्या आप यह जानते हैं, कि आखिर पुलिस यूनिफॉर्म में लगी इस रस्सी को क्या कहते हैं? (Photo Source: Pexels)
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आपको बता दें कि पुलिस यूनिफॉर्म में लगी इस रस्सी को लैनयार्ड (Lanyard) कहा जाता है। अगर आपने इस रस्सी को ध्यान से देखा होगा तो ये रस्सी पुलिस वालों की पॉकेट में जा रही होती है। (Photo Source: Pexels)
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इस रस्सी के साथ एक सीटी बंधी हुई होती है, जो उनकी सीने वाली पॉकेट में रखी होती है। कंधे पर बंधे होने के कारण सीटी भूलती नहीं है। दरअसल, पुलिस वाले इमरजेंसी की स्थिति में इस सीटी का इस्तेमाल करते हैं। (Photo Source: Express Archive)
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जब किसी पुलिसकर्मी को इमरजेंसी की स्थिति में कोई गाड़ी रोकनी होती है या अपने किसी सहयोगी पुलिसकर्मी को आपातकालीन स्थिति में संदेश देना होता है तो वे इस सीटी का इस्तेमाल करते हैं। (Photo Source: Express Archive)
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पुलिसकर्मी कई बार भीड़ को कंट्रोल करने और लोगों को किसी तरह का दिशा-निर्देश देने में भी इस सीटी का इस्तेमाल करते हैं। वहीं, भारत में पुलिस के अफसर अलग-अलग रंग की रस्सी पहनते हैं। (Photo Source: Express Archive)
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आम तौर पर गैजेटेड ऑफिसर्स (दिल्ली पुलिस) डार्क ब्लू रंग की रस्सी पहनते हैं। गैजेटेड ऑफिसर में DSP या SSP के बराबर या उनसे ऊंचे अधिकारी होते हैं, जिनकी यूनिफॉर्म में ब्लू रंग की रस्सी होती है। (Photo Source: Express Archive)
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इससे नीचे के रैंक के ऑफिसर की रस्सी ब्राउन कलर की होती है। जबकि, ट्रैफिक पुलिस के अधिकारी लाल रंग की रस्सी पहनते हैं। वहीं, माउंटेड पुलिस के अफसर गोल्डन कलर की रस्सी पहनते हैं। (Photo Source: Express Archive)
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आपको बता दें, कंधे पर लगी इस रस्सी यानी लैनयार्ड का कॉन्सेप्ट फ्रांस से आया है। इसका पहली बार इस्तेमाल 15 शताब्दी के अंत में फ्रांसीसी सैनिकों और जहाजों पर काम करने वाले कर्मचारियों द्वारा किया गया था। (Photo Source: Pexels)
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जहाज पर चढ़ने या लड़ाई के दौरान हथियार सुरक्षित रखने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता था। लैनयार्ड शब्द की उत्पत्ति भी फ्रांसीसी भाषा के शब्द लैनियर से हुई है, जिसका अर्थ पट्टा या स्ट्रैप होता है। (Photo Source: Pexels)
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