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भारतीय परंपराओं में हर रिवाज के पीछे कोई न कोई गहरा अर्थ और मान्यता छुपी होती है। इन्हीं में से एक भारतीय परंपराओं में शगुन (Shagun) का अपना अलग महत्व है। शादी-ब्याह, जन्मदिन, त्योहार या अन्य शुभ अवसरों पर शगुन के लिफाफे में पैसे देने की परंपरा सदियों से चली आ रही है। लेकिन क्या आपने गौर किया है कि शगुन की राशि अक्सर पूरी (राउंड) रकम में नहीं दी जाती? (Photo Source: Unsplash)
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जैसे ₹100 की बजाय ₹101, ₹500 की बजाय ₹501 या फिर ₹1000 की बजाय ₹1001। क्या आपने कभी सोचा है कि आखिर इस एक रुपये का महत्व क्यों है? दरअसल, इसके पीछे सिर्फ परंपरा ही नहीं, बल्कि गहरा सांस्कृतिक और धार्मिक रहस्य छुपा हुआ है। आइए जानते हैं इसके पीछे छिपा रहस्य और धार्मिक महत्व के बारे में। (Photo Source: Freepik)
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शगुन क्यों दिया जाता है?
भारतीय समाज में शगुन सिर्फ पैसे का लेन-देन नहीं, बल्कि आशीर्वाद और शुभकामनाओं का प्रतीक है। यह शुभ अवसरों पर एक-दूसरे के सुख, समृद्धि और खुशहाल जीवन की कामना के रूप में दिया जाता है। (Photo Source: Unsplash) -
₹1 क्यों जोड़ा जाता है?
नई शुरुआत का प्रतीक
भारतीय मान्यता के अनुसार ‘शून्य’ (0) अंत का प्रतीक माना गया है, जबकि ‘एक’ (1) नई शुरुआत का संकेत देता है। ₹100 का अर्थ है कि वहीं पर बात पूरी हो गई, लेकिन उसमें ₹1 जोड़ देने से यह ‘नई शुरुआत और निरंतरता’ और आगे बढ़ने का संदेश देता है। (Photo Source: Unsplash) -
टूटे नहीं, जुड़े रहें रिश्ते
शगुन की राशि ₹51, ₹101, या ₹501 जैसी विषम (Odd) संख्या में दी जाती है, क्योंकि विषम संख्या को ‘अखंड’ माना जाता है। यानी जब राशि विषम (odd) होती है, तो इसे बांटा नहीं जा सकता। यह दर्शाता है कि आशीर्वाद और रिश्ते कभी टूटते नहीं, वे जीवनभर जुड़े रहते हैं। (Photo Source: Pexels) -
समृद्धि का प्रतीक
वह छोटा-सा ₹1 का सिक्का माता लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। इसे जोड़ने का अर्थ है कि आपके जीवन में धन, संपत्ति, उन्नति और खुशहाली लगातार बढ़ती रहे। (Photo Source: Pexels) -
शगुन में ₹1 का आध्यात्मिक महत्व
यह परंपरा सिर्फ धन देने तक सीमित नहीं है, बल्कि इसके माध्यम से बड़ों का आशीर्वाद, रिश्तों की मजबूती और जीवन में निरंतर प्रगति का संदेश छुपा होता है। (Photo Source: Pexels) -
आशीर्वाद और शुभकामना
शगुन का यह ₹1 केवल एक सिक्का नहीं, बल्कि यह जीवनभर के रिश्तों की मजबूती और निरंतरता का प्रतीक है। शादी, गृहप्रवेश या किसी भी जीवन के महत्वपूर्ण अवसर पर जब शगुन दिया जाता है, तो उस अतिरिक्त रुपये का अर्थ है – “तुम्हारा जीवन कभी रुके नहीं, हमेशा आगे बढ़े और तुम्हारे घर में लक्ष्मी का वास रहे।” (Photo Source: Pexels) -
अगली बार जब शगुन दें…
तो, जब भी आप किसी को शगुन दें या प्राप्त करें, तो याद रखिए कि लिफाफे में रखा हुआ वह छोटा-सा ₹1 का सिक्का सिर्फ पैसे की कीमत नहीं रखता, बल्कि यह शुभकामनाओं, नई शुरुआत, अखंड रिश्तों और बढ़ती समृद्धि का प्रतीक है। (Photo Source: Unsplash)
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