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धनतेरस का पर्व दीपावली के पांच दिवसीय उत्सव की शुरुआत करता है और इस दिन की खासियत मां लक्ष्मी और भगवान धन्वंतरि की पूजा से जुड़ी है। धनतेरस का त्योहार हर वर्ष कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है। (Photo Source: Pexels)
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धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस दिन भगवान धन्वंतरि ने अमृत कलश के साथ अवतार लिया था। 2024 में धनतेरस 29 अक्टूबर को मनाया जाएगा। धनतेरस पर झाड़ू खरीदने की परंपरा बहुत पुरानी है, क्योंकि इसे लक्ष्मी जी का प्रतीक माना जाता है। (Photo Source: Pexels)
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झाड़ू घर में सकारात्मक ऊर्जा लाती है और दरिद्रता को दूर करती है। इस दिन झाड़ू खरीदने से न केवल सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है, बल्कि पुराने कर्जों से छुटकारा भी मिलता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि धनतेरस वाले दिन झाड़ू खरीदने के बाद क्या करना चाहिए और पुरानी झाड़ू का क्या करें? (Photo Source: Pexels)
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धनतेरस से पहले पूरे घर की साफ-सफाई के साथ पुरानी झाड़ू को हटा देना चाहिए और किसी उचित स्थान पर रख देना चाहिए। इसके बाद घर में धनतेरस के दिन नई झाड़ू लानी चाहिए। नई झाड़ू लाने के बाद इसे तिलक कर सफेद धागा बांधें, जिससे मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। (Photo Source: Pexels)
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लेकिन आपको बता दें, धनतेरस के दिन झाड़ू को घर से बाहर नहीं फेंकना चाहिए। नई झाड़ू आ गई है तो पुरानी झाड़ू को किसी दूसरी जगह पर रख दें। दोनों झाड़ुओं को एक साथ रखने की भूल ना करें नहीं तो घर में नेगेटिविटी बढ़ती है। अगर पुरानी झाड़ू टूट गई है तो उसका प्रयोग बिल्कुल भी न करें। (Photo Source: Pexels)
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घर में झाड़ू को सही तरीके से रखी होना चाहिए। इसे हमेशा ऐसे स्थान पर रखें कि यह नजर न आए, जैसे कि किसी कोने में। इसे बिस्तर या मंदिर के पास नहीं रखना चाहिए। कभी भी झाड़ू को घर के बाहर न रखें। झाड़ू को हमेशा साफ जगह पर ही रखें और कभी भी खड़ा करके नहीं रखना चाहिए। (Photo Source: Pexels)
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अब जानते हैं कि पुरानी झाड़ू को कब फेंकना चाहिए। धर्म शास्त्रों में पुरानी झाड़ू से जुड़े जरूरी नियम बताए गए हैं। जैसे कि, पुरानी झाड़ू को घर से बाहर कब निकालनी चाहिए? वास्तु शास्त्र के अनुसार पुरानी झाड़ू को भूलकर भी घर में न रखें। (Photo Source: Pexels)
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पुरानी झाड़ू को रखने से घर में नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। पुरानी झाड़ू को अमावस्या या शनिवार को फेंकना सबसे अच्छा माना जाता है। आप इसे ग्रहण के बाद या होलिका दहन के बाद भी निकाल सकते हैं। पुरानी झाड़ू को किसी ऐसी जगह फेंके जहां किसी का पैर न पड़े, जैसे कि खुले मैदान में। (Photo Source: Pexels)
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इसे नाले या पेड़ के पास भी नहीं फेंकना चाहिए। इसके अलावा पुरानी झाड़ू को जलाना भी नहीं चाहिए। यह अपशकुन माना जाता है। पुरानी झाड़ू को गुरुवार या शुक्रवार को न फेंके, और एकादशी के दिन भी इसे न निकालें, क्योंकि इससे मां लक्ष्मी नाराज हो सकती हैं। (Photo Source: Pexels)
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