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Mamata Banerjee: पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव (West Bengal Election) की तारीखों का ऐलान हो चुका है। चुनावों के मद्देनजर राज्य की सीएम और टीएमसी (TMC) प्रमुख ममता बनर्जी से जुड़े कई किस्से सोशल मीडिया में फिर से चर्चा में आ गए हैं। ऐसा ही एक किस्सा है जब ममता बनर्जी ने तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की टेबल पर इंसान की हड्डियां उलट दी थीं।
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जब केंद्र में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार थी तब ममता बनर्जी भी एनडीए में शामिल थीं। तब पश्चिम बंगाल में बुद्धदेब भट्टाचार्या के नतृत्व में कम्युनिस्ट पार्टी की सरकार हुआ करती थी।
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विजय त्रिवेदी की किताब ‘हार नहीं मानूंगा- एक अटल जीवन गाथा’ में बताया गया है कि जनवरी 2001 में पश्चिम बंगाल के हामिद नापुर के छोटा अंगाड़िया इलाके में हिंसा हो गई थी। इसमें तृणमूल कांग्रेस के 11 समर्थक मारे गए थे। आरोप था कि सीपीएम के लोगों ने यह हिंसा की है।
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इस हिंसा को लेकर ममता बनर्जी बहुत ग़ुस्से में थीं। वे पश्चिम बंगाल में बुद्धदेब भट्टाचार्य की सरकार को बर्ख़ास्त करने की मांग कर रही थीं, लेकिन एनडीए सरकार में कोई सुनवाई नहीं हुई।
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परेशान होकर ममता बनर्जी एक दिन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी से मिलने दिल्ली पहुंच गईं। पीएम से मुलाकात में वह अपने साथ एक झोला ले गई थीं जिसमें हिंसा में मारे गए टीएमसी कार्यकर्ताओं की हड्डियां थीं। वह अपने झोले में से हड्डियां और खोपड़ियां निकालने लगीं और एक-एक करके उन्हें वाजपेयी के सामने टेबल पर रखने लगीं।
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अटल बिहारी वाजपेयी को साफ-साफ कुछ समझ ही नहीं आया तो उन्होंने उनसे पूछा। ममता ने अपनी व्यथा बताई। अटल बिहारी ने उन्हें आडवाणी के पास जाने की सलाह दी। हालांकि आडवाणी के पास भी ममता बनर्जी को अपनी समस्या का हल नहीं मिला।
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कुछ समय बाद ममता बनर्जी एनडीए से अलग हो गईं।
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Photos: Agency