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संघ लोक सेवा आयोग ने सिविल सेवा की प्रारंभिक परीक्षा के नतीजे घोषित करने के बाद मेंस परीक्षा का कार्यक्रम भी जारी कर दिया है। यूपीएससी मेंस परीक्षा दिसंबर में होनी है और प्रांरभिक परीक्षा पास कर मेंस परीक्षा में आए तीन फीसदी उम्मीदवारों को इसके लिए कड़ी मेहनत करनी होगी। कम समय बचे होने की वजह से केंडिडेट्स को परीक्षा की तैयारी एक प्लान बनाकर करनी होगी और कुछ ऐसी चीजें होंगी जो नहीं करनी होगी। आगे की स्लाइड्स में देखें यूपीएससी मेंस परीक्षा की तैयारी करते वक्त इन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
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परीक्षा में कम वक्त बचा है इसलिए भारी और बड़ी किताबें ना पढ़ें, इससे टाइम ज्यादा खराब होता है। इस दौरान अगर आपने बिपिन चंद्रा की इंडिया आफ्टर इंडिपेनडेंस या राम चंद्र गुहा की इंडिया आफ्टर गांधी जैसी किताबें पढ़ रखी है तो इन्हें दोबारा पढ़ने से बचे।
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कुछ उम्मीदवार कुछ टॉपिक्स को लेकर इंटरनेट पर काफी समय खर्च कर देते हैं जो कि इस वक्त नहीं किया जाना चाहिए।इस वक्त आपको कॉमन-सेंस आधारित सवालों पर ध्यान देना चाहिए और सात मिनट में 200 शब्द का जवाब लिखने की कोशिश करना चाहिए। इस समय गैर जरुरी जानकारी लेने के बजाय कॉमन सेंस पर आधारित सवालों पर ध्यान देना चाहिए।
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किसी भी टॉपिक पर गहरी रिसर्च करना अच्छी बात है, लेकिन जब परीक्षा में कम समय बचा हो तो ज्यादा रिसर्च करने के बजाय जरुरी जानकारी ही हासिल करनी चाहिए। साथ ही उन विषयों पर भी ज्यादा समय खराब नहीं करना चाहिए, जिस विषय में आपको ज्यादा दिक्कत हो रही हो।
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परीक्षा की तैयारी करते समय बस ये ही सोचना चाहिए कि आप किस तरह से ज्यादा से ज्यादा अंक हासिल कर सकते हैं। इस दौरान ये नहीं सोचना चाहिए कि लोग क्या सोचेंगे, अगर पास नहीं हुए तो क्या होगा और ऐसे ही नेगेटिव विचारों पर ध्यान ना देकर पढ़ाई में ध्यान लगाएं।
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कई उम्मीदवार जीएस पेपर-1 की तैयारी में ज्यादा समय खर्च कर देते हैं और आर्ट एंड कल्चर, विश्व इतिहास जैसे कठिन विषयों में उलझे रहते हैं जो कि 30 से 40 अंक के होते हैं। इसलिए इन पर ज्यादा समय खर्च करने के बजाय पेपर के और हिस्सों की पढ़ाई में ध्याना लगाकर ज्यादा अंक हासिल करने के बारे में सोचना चाहिए।