-    पेशे से वकील 26 साल की उपमा विरदी ने अपनी नौकरी के साथ ही चाय का बिजनेस शुरू किया। जिसकी वजह से आज उन्हें पूरा ऑस्ट्रेलिया जानता है। उनकी इसी लोकप्रियता की वजह से उन्हें पिछले हफ्ते सिडनी में बिजनेसवूमेन ऑफ द ईयर के अवॉर्ड से नवाजा गया है। (Image Source: Instagram) 
-    उपमा मूल रूप से चंढीगढ़ की रहने वाली हैं। चाय के प्रति उनके पैशन की वजह से ही ऑस्ट्रेलिया में हुए 'टी फेस्टिवल' में उपमा को विशेष तौर पर बुलाया गया था। (Image Source: Instagram) 
-    विरदी का कहना है कि मेरा इरादा दुनिया को यह बताने का है कि भारतीय चाय सबसे बेहतर होती है क्योंकि इसे स्वादिष्ट बनाने के लिए हम इसमें लौंग, इलायची, अदरक आदि चीजों का इस्तेमाल करते हैं। (Image Source: Instagram) 
-    विरदी ने कहा भारतीय संस्कृति में लोग चाय के जरिए एक-दूसरे के साथ आते हैं। फिर चाहे वो खुशी का मौका हो या फिर गम का, हर मूमेंट में चाय साथ होती है। मैंने काफी कोशिश की लेकिन ऑस्ट्रलिया में एक अच्छी चाय नहीं मिल पाई। (Image Source: Instagram) 
-    उपमा ने चाय का यह बिजनेस दो साल पहले शुरू किया था। दिन में अपनी वकील की जॉब के साथ वह शाम को चाय का बिजनेस करने लगीं। उन्होंने कहा कि मेरा असली उद्देश्य ऑस्ट्रलिया को चाय के जरिए भारतीय संस्कृति के बारे में बताने का था। (Image Source: Instagram) 
-    चंढ़ीगढ़ में उपमा के दादाजी आयुर्वेदिक दवाएं बेचते हैं। यहीं उन्होंने आयुर्वेदिक चाय बनाने का नुस्खा सीखा था। विरदी ने कहा कि मैंने अपने दादा जी से ही शिक्षा ली कि हमें चाय में कौन से मसालों की कितनी मात्रा डालनी चाहिए। इसके साथ ही यह भी जाना कि गर्मियों और सर्दियों में किस तरह चाय के लिए अलग-अलग मसाले इस्तेमाल में लाए जाते हैं। विरदी ने सोशल मीडिया कैंपेन के जरिए चाय बेचने की शुरुआत की थी। (Image Source: Instagram) 
 
    
   
   
   
   
   
   
   
   
   
   
   
  