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इतिहास में पहली बार ऐसा होगा कि एक ट्रांसजेंडर महिला मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता में शामिल होगी। इतिहास बनाने वाली इस महिला का नाम है एंजेला पोंसे। बता दें कि एंजेला पोंसे को मिस यूनिवर्स स्पेन, 2018 के ग्रांड फाइनल में विजेता चुना गया था। जिसके बाद से एंजेला पोंसे के समर्थकों में भारी उछाल देखने को मिला है। अब एंजेला इस साल के अंत में फिलीपींस में होने वाली मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता में भाग लेंगी।(image source-Facebook)
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एंजेला पोंसे ने मिस यूनिवर्स स्पेन प्रतियोगिता के फाइनल में 22 सुंदरियों को पछाड़ते हुए यह खिताब अपने नाम किया। ट्रांसजेंडर प्रतिभागियों पर लगे बैन के हटने के 6 साल बाद यह एक ट्रांसजेंडर एंजेला पोंसे ने यह खिताब जीता है। बता दें कि पहले सौंदर्य प्रतियोगिताओं में ट्रांसजेंडर्स पर बैन था और प्राकृतिक रुप से जन्मी महिलाओं को ही इसमें भाग लेने की अनुमति थी। (image source-Facebook)
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एंजेला पोंसे ने साल 2015 में मिस वर्ल्ड स्पेन प्रतियोगिता में भाग लिया था। हालांकि उस वक्त एंजेला जीत हासिल करने में नाकाम रहीं थी। अपनी जीत पर एंजेला पोंसे का कहना है कि 'वह दुनिया को यह संदेश देना चाहती हैं कि सभी को एक-दूसरे का सम्मान करना चाहिए।' (image source-Facebook)
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बता दें कि साल 2012 में कनाडा की मॉडल जेन्ना तालाकोव को ट्रांसजेंडर होने के कारण मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता से बाहर कर दिया गया था। इसके बाद तालाकोव ने इसके खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ी और जीत हासिल की। इसके बाद साल 2013 से ट्रांसजेंडर पर लगा बैन हटा दिया गया था। (image source-Facebook)
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अपनी जीत के बाद इंस्टाग्राम पर लिखे अपने एक संदेश में एंजेला ने लिखा कि उनका उद्देश्य ना सिर्फ एलजीबीटी समुदाय बल्कि पूरी दुनिया में सम्मान, विविधता और समावेश का संदेश देना है। (image source-Facebook)
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एंजेला पोंसे का कहना है कि जब वह 3 साल की थी, तब उन्हें उनके लड़की होने का एहसास हुआ था, जिसके बाद उन्होंने लड़की बनने का फैसला कर लिया था। (image source-Facebook)
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एंजेला पोंसे को ऐसे वक्त में मिस यूनिवर्स स्पेन की विजेता चुना गया है, जब स्पेन में लेस्बियन, गे, बाईसेक्सुएल और ट्रांसजेंडर (एलजीबीटी) समुदाय 'प्राइड मंथ' का आयोजन कर रहा है। (image source-Facebook)
