
दुनिया भर की पसंदीदा बार्बी डॉल ने 9 मार्च, 1959 को डेब्यू किया था। 58 साल पहले पहली बार्बी डॉल को न्यूयॉर्क के अमेरिकन टॉय मेले में पेश किया गया था। हिस्ट्री डॉट कॉम के मुताबिक सुनहरे भूरे बालों वाली अडल्ट फीचर वाली यह बार्बी डॉल 11 इंच लंबी थी। 1945 में खिलौने बनाने वाली कंपनी की स्थापना करने वाली महिला रूथ हैंडलर बॉर्बी डॉल को दुनिया में लाई थीं। रूथ हैंडलर को बार्बी डॉल बनाने की प्रेरणा उनकी बेटी से तब मिली, जब वह कागज की गुड़िया के साथ खेलना नजर अंदाज कर रही थी। उन्हें एहसास हुआ कि बाजार में एक ऐसे खिलौने की जरूरत हैं जो छोटी बच्चियों को उनके भविष्य के बारे में कल्पना करने में मदद करे। बार्बी की दिखावट एक जर्मन कॉमिक स्ट्रिप कैरेक्टर लिली के जैसी रखी गई थी। लिली डॉल की मार्केटिंग तंबाकू की दुकानों में काम करने वाले व्यस्क पुरुषों के लिए की गई थी, लेकिन बाद में वह बच्चों के बीच में काफी मशहूर हो गई थी। (फोटो सोर्स- Barbie Doll world/ Mattel/) 
रूथ हैंडलर की कंपनी मैटल ने लिली डॉल के अधिकार खरीद लिए और उसमें अपने अनुसार परिवर्तन किए। बाद में रूथ हैंडलर ने उसका नाम अपनी बेटी बारबरा के नाम पर रख दिया। 1955 में मिक्की माउस क्लब टीवी कार्यक्रम की स्पॉनसरशिप के साथ मैटल बच्चों के लिए विज्ञापन प्रसारित करने वाली पहली खिलौना कंपनी बन गई। इसके जरिये कंपनी अपने नए खिलौनों का प्रमोशन करने लगी। (फोटो सोर्स- Barbie Doll world/ Mattel/) 
1961 आते-आते लोगों के बीच बार्बी डॉल के ब्वॉयफ्रेंड की मांग होने लगी तो हैंडलर ने उसका नाम अपने बेटे केन के नाम पर रखा। बार्बी का बेस्ट फ्रेंड मिज 1963 में आया। बार्बी की छोटी बहन स्किपर ने इसके अगले साल डेब्यू किया। इतने वर्षों में बार्बी की बिक्री विश्वभर में बढ़ी और यह विवादों में भी रही। इसका सकारात्मक पक्ष यह रहा कि कई महिलाओं ने बार्बी को 1950 के दशक में ट्रेडीशनल जेंडर रोल्स (पारंपरिक लैंगिक भूमिका) में विकल्प प्रदान करने वाला माना। उसे कई नौकरियों की श्रृंखला में दिखाया गया। (फोटो सोर्स- Barbie Doll world/ Mattel/) -
उसे एयरलाइन की परिचालिका से लेकर डॉक्टर, पायलट, खगोलविद, ओलंपिक एथलीट और अमेरिकी राष्ट्रपति उम्मीदवार के तौर पर भी दिखाया गया। हालांकि कुछ लोगों ने यह भी माना कि डिजायनर कपड़ों, कारों और सपनों के घरों के साथ बार्बी की सप्लाई ने बच्चों को भौतिकवादी होने के लिए प्रोत्साहित किया। (फोटो सोर्स- Barbie Doll world/ Mattel/barbie.mattel)

बार्बी का आकार काफी विवादों में रहा, जैसा कि उसकी बेहद पतली कमर और उभरी हुई छाती बनाई गई, इससे माना गया कि अगर वह सचमुच की महिला होती तो उसका फिगर 36-18-38 का होता, इस वजह से दावा किया गया कि बार्बी छोटी लड़कियों को एक अवास्तविक और हानिकारक उदाहरण देती है जो उन्हें नकारात्मक शरीर की छवि के लिए बढ़ावा देती है। बावजूद इसके बार्बी की बिक्री में कभी कमी नहीं आई और 1959 से लेकर अब तक विश्व भर में बार्बी फेमिली की 800 मिलियन यानी 80 करोड़ से ज्यादा डॉल्स बेची जा चुकी हैं। (फोटो सोर्स- Barbie Doll world/ Mattel/)