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लोकसभा चुनाव का असर इस बार बॉलीवुड पर भी देखने को मिल रहा है। मंगलवार (23 अप्रैल) को बॉलीवुड एक्टर सनी देओल भाजपा में शामिल हो गए। बताया जा रहा है कि सनी देओल पंजाब की गुरदासपुर सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। बीजेपी में शामिल होने के बाद सनी देओल ने कहा- जैसे मेरे पिता जी ने अटल जी के साथ काम किया और उनको समर्थन दिया। वैसे ही मैं मोदी जी के साथ काम करूंगा और उनको समर्थन दूंगा। गौरतलब है कि देओल परिवार से हेमा मालिनी पहले से ही भाजपा की ओर से मथुरा की प्रत्याशी हैं। बता दें कि 2014 में मथुरा से हेमा मालिनी ने ही जीत दर्ज की थी। उन्होंने लोकदल के जयंत चौधरी को करीब 3 लाख वोटों से हराया था। राजनीति में सनी देओल कैसे परफोर्म कर पाते हैं यह तो आने वाला वक्त बताएगा लेकिन बॉलीवुड के वह सुपरस्टार हैं। उनकी फिल्मों के डायलोग ऐसे हैं जो हमेशा लोगों की जुबान पर रहते हैं। यहां हम आपको सनी देओल के उन डायलॉग्स के बारे में बता रहे हैं जो कभी भुलाए नहीं जा सकते हैं, जिनके जरिए वह दर्शकों के दिलों पर राज करते हैं।
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Ghatak (1996): ये मजदूर का हाथ है कात्या, लोहा पिघलाकर उसका आकार बदल देता है। ये ताकत खून-पसीने से कमाई हुई रोटी की है, मुझे किसी के टुकड़ों पर पलने की जरूरत नहीं। फिल्म में सनी के साथ अमरीश पुरी ने काम किया था।
Ghatak (1996): पिंजरे में आकर शेर भी कुत्ता बन जाता है कात्या, तू चाहता है मैं तेरे यहां कुत्ता बनकर रहूं, तू कहे तो काटूं, तू कहे तो भौंकू। -
Ghatak (1996): हलक में हाथ डालकर कलेजा खींच लूंगा हरामखोर, उठा उठा के पटकूंगा। उठा उठा के पटकूंगा! चीर दूंगा, फाड़ दूंगा साले।
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Damini (1993): चड्ढा, समझाओ.. इसे समझाओ! ऐसे खिलौने बाजार में बहुत बिकते हैं, मगर इसे खेलने के लिए जो जिगर चाहिए न, वो दुनिया के किसी बाजार में नहीं बिकता, मर्द उसे लेकर पैदा होता है और जब ये ढाई किलो का हाथ किसी पर पड़ता है न तो आदमी उठता नहीं, उठ जाता है।
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Damini (1993): अगर अदालत में तूने कोई बदतमीजी की तो वहीं मारूंगा। जज ऑर्डर ऑर्डर करता रहेगा और तू पिटता रहेगा।
Gadar ek prem katha(2001): अशरफ अली! आपका पाकिस्तान जिदाबाद है, इससे हमें कोई ऐतराज नहीं लेकिन हमारा हिंदुस्तान जिंदाबाद है, जिंदाबाद था और जिंदाबाद रहेगा। Ziddi (1997): चिल्लाओ मत इंस्पेक्टर, ये देवा की अदालत है, और मेरी अदालत में अपराधियों को ऊंचा बोलने की इजाजत नहीं। Ghayal (1990): इस चोट को अपने दिल-ओ-दिमाग पर कायम रखना, कल यही आंसू क्रांति का सैलाब बनकर, इस मुल्क की सारी गंदगी को बहा ले जाएंगे।
