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इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) पर फंसी भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथी धरती पर कब वापस लौटेंगे इसकी अभी तक तारीख निर्धारित नहीं हो सकती है। बोइंग स्टारलाइनर कमर्शियल स्पेसक्राफ्ट पर सवार होकर वो 5 जून को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पहुंची थीं।
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उनका ये मिशन 10 दिनों का था, लेकिन स्टारलाइनर में खराबी की वजह से वह पिछले 50 दिनों से अंतरिक्ष में फंस गई हैं। दरअसल, स्टारलाइनर में पांच जगहों से हीलियम गैस लीक कर रही थी, जिसकी वजह से स्पेसक्राफ्ट के रिएक्शन कंट्रोल सिस्टम ने काम करना बंद कर दिया।
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स्टारलाइनर में खराबी के कारण सुनीता और उनके साथी बुच विल्मोर का अंतरिक्ष स्टेशन पर प्रवास 50 दिनों के लिए बढ़ा दिया गया था। लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद नासा और बोइंग अभी तक उनकी घर वापसी की तारीख तय नहीं कर पाए हैं।
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बता दें, सुनीता विलियम्स तीसरी बार अंतरिक्ष में गई हैं। इससे पहले उन्होंने 2006 और 2012 में दो मिशनों में कुल 322 दिन अंतरिक्ष में बिताए थे। कल्पना चावला के बाद वे अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के माध्यम से अंतरिक्ष जाने वाली भारतीय मूल की दूसरी महिला हैं।
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सुनीता का जन्म 19 सितम्बर, 1965 को अमेरिका के ओहियो प्रांत में स्थित क्लीवलैंड में हुआ था। सुनीता के पिता डॉ॰ दीपक पांड्या एक जाने-माने न्यूरोएनाटोमिस्ट थे। दीपक पांड्या गुजरात के मेहसाणा जिले के झुलासान में पैदा हुए थे।
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लेकिन 1958 में सुनीता विलियम्स के पिता अमेरिका के बोस्टन चले गये और वहीं बस गये। उनकी मां बोनी जालोकर पंड्या स्लोवेनिया से हैं। सुनीता का एक बड़ा भाई, जय थॉमस पंड्या और एक बड़ी बहन, डायना एन पंड्या है।
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सुनीता के पति की बात करें तो उनका नाम माइकल विलियम्स है। वह एक पायलट हैं और इस समय टेक्सास में एक पुलिस अधिकारी हैं। सुनीता और उनके पति दोनों सहपाठी थे और दोनों ने ही अपने करियर के शुरुआती दौर में हेलीकॉप्टर चलाया है।
(Photos Source: @Astro_Suni/twitter)
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