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समुद्र की गहराइयों में कई रहस्यमयी और खूबसूरत जीव बसते हैं, लेकिन उनमें से कुछ इतने खतरनाक होते हैं कि उनसे दूर रहना ही बेहतर है। ऐसी ही एक मछली है — स्टोनफिश (Stonefish)। इसे दुनिया की सबसे जहरीली और घातक मछली माना जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम Synanceia verrucosa है। यह दिखने में साधारण पत्थर या कोरल जैसी लगती है, लेकिन इसके शरीर में छिपा होता है मौत जैसा जहर। (Photo Source: Pexels)
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क्या है स्टोनफिश?
स्टोनफिश स्कॉर्पियनफिश परिवार की मछली है। इसकी लंबाई लगभग 30 से 40 सेंटीमीटर तक होती है। इसका रंग भूरा-हरा होता है, जिससे यह अपने आस-पास के माहौल में आसानी से घुल-मिल जाती है। यही वजह है कि इसे पहचानना मुश्किल होता है और लोग अनजाने में इस पर पैर रख देते हैं। (Photo Source: Unsplash) -
पत्थर जैसा छलावरण
इस मछली का शरीर कठोर, उभरा हुआ और पत्थर जैसा दिखता है। इसके शरीर पर 13 कांटेदार पंख होते हैं जिनमें जहर भरी ग्रंथियां होती हैं। जब कोई इसे छूता है या उस पर पैर रखता है, तो ये कांटे तुरंत त्वचा में धंस जाते हैं और जहर शरीर में फैल जाता है। (Photo Source: Unsplash) -
कहां पाई जाती है स्टोनफिश?
स्टोनफिश इंडो-पैसिफिक महासागर के उथले पानी, कोरल रीफ्स और चट्टानी तटों पर पाई जाती है। यह मछली ऑस्ट्रेलिया, भारत-प्रशांत क्षेत्र, इंडोनेशिया और फिलीपींस में सबसे ज्यादा देखी जाती है। दिलचस्प बात यह है कि यह मछली पानी से बाहर भी लगभग 24 घंटे तक जीवित रह सकती है। (Photo Source: Pexels) -
सबसे घातक जहर
स्टोनफिश के कांटों में मौजूद जहर प्रोटीन आधारित न्यूरोटॉक्सिन होता है, जो शरीर में पहुंचते ही तेज दर्द, सूजन, उल्टी, लकवा, और हृदय गति रुकने जैसी स्थिति पैदा कर देता है। अगर तुरंत इलाज न किया जाए तो एक घंटे के भीतर मौत हो सकती है। (Photo Source: Pexels) -
इंसानों के लिए कितना खतरा?
समुद्र तटों पर नंगे पैर चलने वाले लोगों के लिए यह मछली बेहद खतरनाक है। अक्सर यह रेत या पत्थरों के बीच छिपी होती है और लोग अनजाने में इस पर कदम रख देते हैं। इसका डंक इतना दर्दनाक होता है कि कई पीड़ितों ने इसे गोली लगने से भी ज्यादा दर्दनाक बताया है। (Photo Source: Unsplash) -
शिकार करने का तरीका
स्टोनफिश बहुत चालाक शिकारी है। यह अपने शिकार का इंतजार छलावरण के जरिए करती है। जैसे ही कोई छोटी मछली या झींगा इसके पास आता है, यह 0.015 सेकंड में उस पर झपट्टा मारकर उसे निगल जाती है। दिलचस्प बात यह है कि यह शिकार करने के लिए अपने जहर का इस्तेमाल नहीं करती, बल्कि सिर्फ आत्मरक्षा के लिए उसका प्रयोग करती है। (Photo Source: Unsplash) -
डंक लगने पर क्या करें?
अगर किसी को स्टोनफिश का डंक लग जाए, तो सबसे पहले प्रभावित हिस्से को 45°C गर्म पानी में डुबोना चाहिए। गर्म पानी जहर के प्रोटीन को निष्क्रिय कर देता है। इसके बाद तुरंत एंटी-वेनम (Antivenom) लगवाना जरूरी है। ऑस्ट्रेलिया में स्टोनफिश एंटी-वेनम सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाला विषनाशक है। (Photo Source: Unsplash) -
क्या इसे खाया जा सकता है?
हैरानी की बात है कि इतनी खतरनाक होने के बावजूद एशिया में स्टोनफिश को एक डेलिकेसी (Delicacy) माना जाता है। जापान, चीन और वियतनाम में लोग इसे खाते हैं। पकाने से पहले इसके डॉर्सल फिन (विषैले कांटे) हटा दिए जाते हैं, जिससे जहर खत्म हो जाता है। इसका मांस सफेद, नरम और मीठा होता है।(Photo Source: @J_Food_Culture/X) -
रोचक तथ्य
ऑस्ट्रेलियाई आदिवासियों के नृत्य और कथाओं मेंस्टोनफिश का जिक्र मिलता है। शार्क और ईल (eel) इसके प्रमुख शिकारी हैं। यह मछली खतरे के समय अपने तीखे स्पाइन (कांटे) को बाहर निकालकर रक्षा करती है। (Photo Source: Unsplash) -
सावधानी ही सुरक्षा
स्टोनफिश समुद्र की सबसे विषैली मछली है। वह जितनी सुंदर लगती है, उतनी ही खतरनाक भी है। अगर आप समुद्र तट या कोरल रीफ पर घूमने जा रहे हैं तो हमेशा जूते पहनें और चलते समय पैर घसीटें। अनजान जगहों पर नंगे पैर डाइविंग से बचें। गोताखोरों को भी इसे छूने या इसके पास जाने से बचना चाहिए। (Photo Source: Pexels)
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