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महाकुंभ 2025 की शुरुआत हो चुकी है। कड़ाके की ठंड के बीच संगम पर डुबकी लगाने के लिए न सिर्फ देश बल्कि दुनिया से भी लाखों श्रद्धालु पहुंचे। शाही स्नान के पहले दिन शाम 3:30 बजे तक करीब 2.5 करोड़ श्रद्धालुओं ने अमृत स्नान किया। (Photo: PTI)
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कुंभ मेला क्षेत्र दिव्य सजावट के साथ ही भव्य तैयारियों से जगमगा उठा है। (Photo: PTI)
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ये खूबसूरत नजारा महाकुंभ का है जहां पर हेलीकॉप्टर से फूल वर्षा की जा रही है। (Photo: PTI)
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महाकुंभ का ये दृश्य बेहद ही मनमोहक है। (Photo: PTI)
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प्रयागराज में पहले महाकुंभ अमृत स्नान में सबसे पहले गाजे बाजे के साथ साधु-संतों ने स्नान किया। (Photo: PTI) कौन था पहला ‘अघोरी’? क्यों खाते हैं इंसानों की अधजली मांस
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इस दौरान उत्तर प्रदेश सरकार ने सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए थे और श्रद्धालुओं के सुरक्षा के लिए यूपी पुलिस यूं पहरा देती दिखी। (Photo: ANI)
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शाही स्नान के लिए जाते हुए नागा साधु। (Photo: ANI)
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वहीं, महाकुंभ स्नान के लिए आए श्रद्धालु कड़ाके की ठंड में यूं नजर आएं। (Photo: ANI)
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महाकुंभ मेले में शाही स्नान करती महिला साधु। (Photo: ANI)
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महाकुंभ दुनिया का सबसे बड़ा मेला है। यहां सिर्फ देश ही नहीं बल्कि दुनिया से भी श्रद्धालु स्नान करने आते हैं। (Photo: ANI) महाकुंभ ने बना दिया स्टार, एक दिन में 667K से 1 मिलियन बढ़ गए हर्षा रिछारिया के फॉलोवर्स
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महाकुंभ 2025 में काफी विदेश मेहमान पहुंचे थे जिन्होंने शाही स्नान के दौरान त्रिवेणी में डुबकी लगाई। (Photo: ANI)
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विदेश साध्वी महाकुंभ में स्नान के लिए जाती हुई। (Photo: ANI)
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इस दौरान एक दूसरे को ये विदेशी मेहमान पगड़ी बांधते नजर आएं। (Photo: ANI)
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प्रयागराज में जूना अखाड़े के नागा साधु और अन्य श्रद्धालुओं ने भी मकर संक्रांति त्योहार के अवसर पर संगम में पवित्र डुबकी लगाई। (Photo: PTI)
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नागा साधुओं के स्नान के बाद श्रद्धालुओं को स्नान की अनुमति होती है। इस दौरान महिलाओं ने संगम में पवित्र डुबकी लगाई। (Photo: PTI)
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महाकुंभ के दौरान सुरक्षाकर्मी अपनी पैनी नजर गड़ाए हुए हैं। जमीन, आसमान या फिर क्यों न पानी हो हर जगह सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। (Photo: PTI)
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ये जूना अखाड़े के नागा साधु हैं जिन्होंने पहला अमृत स्नान किया। (Photo: PTI) महिला नागा साधु पीरियड्स में कैसे करती हैं महाकुंभ में स्नान, जानिए नियम?
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महाकुंभ मेला के दौरान संगम में पवित्र डुबकी लगाने से पहले जूना अखाड़े के नागा साधु अनुष्ठान करते हैं। (Photo: PTI)
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पहले शाही स्नान का सबसे छोटा श्रद्धालु। भस्म लगाए ये छोटा बच्चा काफी खुश दिख रहा है। सनातन धर्म की ये परंपरा आज न सिर्फ देश बल्कि पूरी दुनिया देख रही है। (Photo: PTI)
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नागा साधु शिव जी के उपासक होते हैं और जीवन भर उनकी साधना करते हैं। (Photo: PTI)
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महाकुंभ मेला में नागा साधुओं का स्नान एक महत्वपूर्ण और आध्यात्मिक अनुष्ठान है। स्नान से पहले नागा साधु विशेष प्रकार के श्रृंगार और तैयारियों का पालन करते हैं। (Photo: PTI)
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महाकुंभ में स्नान से पहले नागा साधु अपने पूरे शरीर पर भभूत लगाते हैं। भभूत को आध्यात्मिक शुद्धता और सांसारिक मोह-माया से मुक्ति का प्रतीक माना जाता है। (Photo: PTI)
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महाकुंभ में पहले शाही स्नान के दिन जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने भी पावन डुबकी लगाई। सभी शंकराचार्य और आचार्यों में सबसे पहले शाही स्नान उन्होंने ही किया। (Photo: PTI)
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इस दौरान जगद्गुरु रामभद्राचार्य गाजे-बाजे के साथ रथ पर सवार होकर स्नान करने पहुंचे। (Photo: PTI) Maha kumbh में कल्पवास के 21 में से ये 5 नियम बेहद जरूरी, कितने सालों तक करना होता है पालन?
