-
Sonia Gandhi vs Mulayam Singh Yadav: सोनिया गांधी और मुलायम सिंह यादव, दोनों ही देश के बड़े राजनेताओं में शुमार रहे हैं। दोनों अपनी-अपनी पार्टी के अध्यक्ष भी रहे हैं। दोनों के ही सामने देश का प्रधानमंत्री बनने का मौका भी था। हालांकि ऐसा हो नहीं पाया। दरअसल किसी ने खुद छोड़ दी थी कुर्सी तो किसी के समधी ने टांग अड़ा दी थी।
-
2004 में जब आम चुनाव के नतीजे आए तो कांग्रेस के नेतृत्व में यूपीए ने सरकार बनाई थी। तब मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री बने थे।
-
हालांकि 2004 में सोनिया गांधी के पास मौका था कि वह खुद पीएम बन सकती थीं। उनकी पार्टी के साथ ही सहयोगी दल भी उन्हें पीएम बनाना चाहते थे।
-
-
अखिलेश यादव के पिता मुलायम सिंह के पास भी पीएम बनने का मौका था।
-
मुलायम का पीएम बनने का सपना जून 1997 में पूरा होने वाला था। एचडी देवेगौड़ा की सरकार तब गिर गई थी संयुक्त मोर्चा एक नए प्रधानमंत्री की तलाश में जुटा हुआ था।
-
तब मुलायम सिंह यादव का नाम सामने आया। लेकिन दो दूसरे यादव नेताओं ने अपने हाथ पीछे खींच लिए। लालू और शरद यादव ने दूसरे यादव के सामने दूसरी पंक्ति में खड़े होने से इनकार कर दिया था। इसके बाद आई के गुजराल पीएम बन गए।
-
जिन लालू प्रसाद यादव ने मुलायम के पीएम बनने के सपने को एक झटके में तोड़ दिया वही आगे चलकर उनके समधी बने। लालू ने अपनी सबसे छोटी बेटी राजलक्ष्मी की शादी मुलायम सिंह यादव के घर में की है।