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सहारा रेगिस्तान, जिसे दुनिया का सबसे बड़ा गर्म और शुष्क रेगिस्तान माना जाता है, अपनी तपती धूप, भीषण गर्मी और रेत के इन्फेनाइट एक्सपेंशन के लिए मशहूर है। लेकिन कल्पना कीजिए, इसी तपते रेगिस्तान की सुनहरी रेत पर सफेद बर्फ की चादर बिछी हो—यह नजारा न सिर्फ दुर्लभ है, बल्कि प्रकृति का अद्भुत चमत्कार भी है। (Photo Source: Karim Bouchetata/Facebook)
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ऐन सेफरा – बर्फ का गेटवे टू द डेजर्ट
अल्जीरिया के उत्तर-पश्चिम में स्थित ऐन सेफरा शहर को सहारा का “गेटवे टू द डेजर्ट” कहा जाता है। यह शहर समुद्र तल से लगभग 1,000 मीटर (करीब 3,000 फीट) की ऊंचाई पर एटलसमाउंटेन रेंज से घिरा हुआ है। (Photo Source: Karim Bouchetata/Facebook) -
आम तौर पर यहां गर्मियों में तापमान 50°C से ऊपर पहुंच जाता है, जबकि सर्दियों की रातों में तापमान माइनस में चला जाता है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इस रेगिस्तान में कभी बर्फबारी हो सकती है? जी हां, इस रेगिस्तान में एक बार नहीं बल्कि कई बार बर्फबारी हुई है। (Photo Source: Karim Bouchetata/Facebook)
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पहली बर्फबारी और लोगों की हैरानी
18 फरवरी 1979 को ऐन सेफरा में पहली बार बर्फबारी हुई थी। लगभग 30 मिनट तक चला बर्फीला तूफान इतना अनएक्सपेक्टेड था कि इसने स्थानीय निवासियों और वैज्ञानिकों दोनों को चौंका दिया। हालांकि, उस समय कोई ऑफिशियल तस्वीर नहीं ली जा सकी। (Photo Source: Karim Bouchetata/Facebook) -
40 साल बाद फिर सफेद चादर
इसके बाद 2016, 2017, 2018, 2021 और 2022 में यहां फिर से बर्फ गिरी। खासकर 2016 में फोटोग्राफर करीम बाउचेटाटा ने इस नजारे को अपने कैमरे में कैद किया। सुनहरी रेत पर जमी सफेद बर्फ की तस्वीरें सोशल मीडिया और न्यूज पोर्टल्स पर वायरल हो गईं। (Photo Source: Karim Bouchetata/Facebook) -
बर्फबारी क्यों होती है सहारा में?
सहारा में बर्फबारी बेहद दुर्लभ है क्योंकि यहां की हवा में नमी बहुत कम होती है। हालांकि, सर्दियों में रात के समय तापमान शून्य से नीचे चला जाता है। एक्सपर्ट मानते हैं कि यह घटना जलवायु परिवर्तन (Climate Change) का संकेत हो सकती है। (Photo Source: Karim Bouchetata/Facebook) -
बदलते मौसम पैटर्न, ग्लोबल वार्मिंग और असामान्य ठंडी हवाएं इस तरह की घटनाओं का कारण बन सकती हैं। ग्लोबल वार्मिंग के कारण दुनिया भर में मौसम के पैटर्न बदल रहे हैं – कहीं ज्यादा गर्मी, कहीं लंबे समय तक ठंड, और कहीं अप्रत्याशित वर्षा या बर्फबारी देखने को मिल रही है। (Photo Source: Karim Bouchetata/Facebook)
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भविष्य में फिर हरा-भरा होगा सहारा?
वैज्ञानिकों का कहना है कि सहारा रेगिस्तान समय-समय पर प्राकृतिक बदलावों से गुजरता रहा है। अनुमान है कि अगले 15,000 वर्षों में यह रेगिस्तान फिर से हरा-भरा हो सकता है। इसके पीछे पृथ्वी की धुरी में बदलाव और मानसूनी हवाओं की दिशा में परिवर्तन अहम भूमिका निभाएंगे। (Photo Source: Karim Bouchetata/Facebook) -
प्रकृति का संदेश
सहारा में बर्फबारी हमें यह याद दिलाती है कि हमारी धरती निरंतर परिवर्तनशील है और हमें इसके संतुलन को बनाए रखने की जिम्मेदारी उठानी होगी।। चरम मौसम की घटनाएं बढ़ रही हैं और यह हमें चेतावनी देती हैं कि हमें जलवायु संरक्षण के लिए गंभीर कदम उठाने होंगे। (Photo Source: Karim Bouchetata/Facebook)
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