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हम जिस दुनिया में रहते हैं, उसमें कई ऐसी बातें छिपी हैं जो बेहद चौंकाने वाली, डरावनी और रोचक हैं। इंसानी शरीर, दिमाग और प्रकृति के कई रहस्य विज्ञान आज भी समझने में लगा हुआ है। यहां कुछ ऐसे ही फैक्ट्स हैं जो आपको हैरान कर देंगे। (Photo Source: Pexels)
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सूअर इंसानी शरीर के लगभग हर हिस्से को पचा सकते हैं
सूअर के पेट में मौजूद एसिड बेहद शक्तिशाली होता है, जिसकी वजह से वह इंसानी शरीर के लगभग हर हिस्से को आसानी से पचा सकता है। कई प्रयोगों में पाया गया है कि वे हड्डियों के बड़े हिस्से तक को घोल देते हैं। (Photo Source: Pexels) -
इंसान महसूस कर सकता है कि कोई उसे घूर रहा है
यह क्षमता हमारे प्राचीन जीवित रहने वाली प्रवृत्ति से आती है। जब कोई व्यक्ति हमें ध्यान से देखता है, तो हमारा मस्तिष्क ‘Subtle Cues’ (हल्के संकेत) पकड़ लेता है, जिससे हमें ‘कोई देख रहा है’ जैसा एहसास होता है। (Photo Source: Pexels) -
ऐतिहासिक रिकॉर्ड बताते हैं कि मानव मांस का स्वाद बीफ से मिलता-जुलता होता है
कुछ दुर्लभ ऐतिहासिक और सर्वाइवल घटनाओं के दौरान रिपोर्ट किया गया है कि मानव मांस का स्वाद बीफ जैसा लेकिन थोड़ा मीठा और मुलायम होता है। हालांकि यह बेहद खतरनाक, अमानवीय और कंपलीटली बैन है। (Photo Source: Pexels) -
दिमाग ऐसी यादें बना सकता है जो कभी हुई ही नहीं
इसे ‘False Memory’ (मिथ्या स्मृति) कहा जाता है। कभी-कभी हमारा दिमाग किसी घटना को इतना विस्तार से बना देता है कि हम उसे वास्तविक मानने लगते हैं, जबकि वह कभी हुई ही नहीं। (Photo Source: Pexels) -
आप हर समय लोगों की त्वचा के माइक्रोस्कोपिक कण सांस के साथ अंदर लेते रहते हैं
हमारे आसपास लगातार त्वचा की मृत कोशिकाएं हवा में उड़ती रहती हैं, जिन्हें हम अनजाने में हर सेकंड सांस के साथ अंदर लेते हैं। (Photo Source: Pexels) -
हम माहाना इतनी त्वचा खो देते हैं कि धूल बन सकती है
इंसान हर महीने इतना मृत त्वचा गिराता है कि उससे कमरे में धूल की परत बन जाती है
औसतन एक व्यक्ति हर महीने लगभग 30,000–40,000 त्वचा कोशिकाएं रोज गिराता है। ये जमा होकर कमरे में धूल का हिस्सा बन जाती हैं। (Photo Source: Pexels) -
सिर कटने के बाद भी कुछ मिनट तक शरीर में चेतना के संकेत रह सकते हैं
वैज्ञानिकों के अनुसार, सिर अलग होने पर भी मस्तिष्क कुछ सेकंड से लेकर एक मिनट तक इलेक्ट्रिकल एक्टिविटी दिखा सकता है। यह शरीर के अचानक बंद होने में लगने वाले समय के कारण होता है। (Photo Source: Pexels)
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