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ईडियट बॉक्स कहलाने वाला टीवी वर्ष 2015 में बड़े बॉलीवुड सितारों की मौजूदगी के बावजूद बड़े-बड़े रिएलिटी शो भी दर्शकों में दिलचस्पी जगाने में विफल रहे। वहीं काल्पनिक धारावाहिक भी कुछ खास पहचान नहीं बना पाए।<br/><br/>सलमान खान ने ‘बिग बॉस’ की कम टीआरपी की बात खुले तौर पर स्वीकारी, जो कि इस विवादास्पद शो के लिए एक तरह से बुरी खबर ही थी। हालांकि एक समय पर इस शो को दैनिक धारावाहिकों के लिए खतरा माना जाता था।
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‘बिग बॉस नौ’ के बदले हुए समय के कारण तो दर्शकों की संख्या घटी ही है, साथ ही बार-बार झगड़ों और बोरिंग प्रतिभागियों ने भी इसकी लोकप्रियता कम की है। इस तरह की एक आम सहमति बन रही है कि इस सीरीज को अब एक ब्रेक लेना चाहिए और फिर कुछ नयापन लेकर आना चाहिए। हालांकि यह मुश्किल सिर्फ ‘बिग बॉस’ के साथ नहीं है।
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इसी तरह शाहरुख का जादू भी ‘इंडिया पूछेगा सबसे शाणा कौन’ के बोरिंग फॉर्मेट के कारण नहीं चल पाया।
फरहान अख्तर की प्रस्तुति वाले ‘आई कैन डू दैट’ का शुरुआती सत्र भी निराश कर गया। आगे पढ़ें, ऐसे शो जिनकी लोकप्रियता अब घट रही है -
रिएलिटी शोज में जिनकी टीआरपी में कुछ वृद्धि हुई है, उनमें से एक है ‘कॉमेडी नाइट्स विद कपिल’। इसकी मौजूदा टीआरपी 2.3 है लेकिन यह ‘स्वरागिनी’ की टीआरपी (2.4) से पीछे है।
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‘रोडीज’ और ‘स्पल्ट्सिविला’ लोकप्रियता का आनंद ले चुके हैं लेकिन अब ऐसा लगता है कि इनकी यह लोकप्रियता खत्म हो रही है। इस तरह के शो हमेशा लड़ाई-झगड़ों और साजिश आदि पर टिके हुए दिखते हैं लेकिन अंतत: कुछ ऐसी काल्पनिकता इसमें छा जाती है कि लोगों को इनके ‘स्क्रिप्टेड’ न होने पर यकीन ही नहीं होता।