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UP Assembly Elections: उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा राज्य है। राजनीतिक तौर पर भी ये राज्य काफी अहम रहा है। प्रदेश ने कई बार देश को प्रधानमंत्री दिया है। माना जाता है कि केंद्र की सत्ता हासिल करने के लिए यूपी को जीतना पड़ता है। यूपी में कई महिला नेता ऐसी हैं जो अपने पिता की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ा रही हैं। आइए डालते हैं उन्हीं में से कुछ चर्चित नामों पर एक नजर:
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सोनेलाल पटेल अपना दल के संस्थापक थे। उन्होंने 1995 में इस पार्टी की स्थापना की थी। 2009 में उनका निधन हो गया। अब उनकी बेटी अनुप्रिया पटेल पिता की विरासत को आगे बढ़ाते हुए राजनीति में हैं। वह नरेंद्र मोदी सरकार में केंद्र में मंत्री भी हैं।
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दिनेश सिंह एक पीढ़ी पहले से गांधीवादी और कांग्रेसी थे। वह 1957 में बांदा से सांसद हुए। बाद में दिनेश सिंह प्रतापगढ़ से सांसद हुए। 1969-70 और 1993-95 में इंदिरा गांधी और नरसिम्हा राव की सरकार में विदेश मंत्री बने थे। 30 नवंबर 1995 को उनका निधन हो गया था।
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दिनेश सिंह की राजनीति को आगे बढ़ा रही हैं उनकी बेटी राजकुमारी रत्ना सिंह। राजकुमारी रत्नी सिंह तीन बार प्रतापगढ़ से लोकसभा सांसद रहीं। 2019 में रत्ना सिंह ने कांग्रेस छोड़ बीजेपी की सदस्यता ले ली। (यह भी पढ़ें : ‘पढ़ेगा तो बुजदिल बन जाएगा’, राजा भैया को अनपढ़ रखना चाहते थे उनके पिता, मां ने चोरी से भेजा था स्कूल )
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आराधना मिश्रा प्रतापगढ़ में रामपुर खास से कांग्रेस की विधायक हैं। इसी सीट से 9 बार उनके पिता और दिग्गज कांग्रेसी प्रमोद तिवारी जीते। अब वह राज्यसभा में हैं। रामपुर खास सीट पर उनकी बेटी आराधना उनकी राजनीति को आगे ले जा रही हैं।
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स्वामी प्रसाद मौर्य बीएसपी के बड़े नेता हुआ करते थे। वह बसपा चीफ मायावती के काफी क्लोज भी रहे। 2019 में उन्होंने बीजेपी ज्वाइन कर ली। अब उनकी बेटी संघमित्रा भी राजनीति में हैं। संघमित्रा पिता की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ा रही हैं। वह बीजेपी के टिकट पर लोकसभा सांसद हैं। (यह भी पढ़ें: राजा भैया से मुख्तार अंसारी तक: यूपी के इन नेताओं की पत्नियां भी रखती हैं हथियार, जानिए किनके पास क्या )
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अदिति सिंह रायबरेली सदर से कांग्रेस की विधायक हैं। इसी सीट से उनके पिता अखिलेश सिंह कई बार विधायक रहे। वह कांग्रेस में सोनिया गांधी और राहुल गांधी के भी काफी करीब रहे। अखिलेश सिंह के निधन के बाद अदिति उनकी विरासत को आगे ले जा रही हैं। (यह भी पढ़ें: माधवराव सिंधिया से अखिलेश यादव तक, आपस में समधी हैं ये 10 राजनेता )
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हेमवंती नंदन बहुगुणा यूपी की राजनीति के बहुत बड़े नाम थे। यूपी का सीएम रहने के साथ ही वह कई बार इलाहाबाद से सांसद भी रहे। अमिताभ बच्चन उन्हें ही हराकर लोकसभा सदस्य बने थे। उनके निधन के बाद उनकी बेटी रीता बहुगुणा भी राजनीति में आईं। वह उसी इलाहाबाद की सीट से सांसद भी रहीं जिस सीट से कभी उनके पिता जीता करते थे। (यह भी पढ़ें: 34 तलवार, 31 खंजर समेत 132 हथियारों की मालकिन हैं बीहड़ की ये रानी, अखिलेश यादव का साथ छोड़ थामा था BJP का हाथ )
