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Raja Bhaiya : राजा भैया जनसत्ता दल के अध्यक्ष हैं। इस पार्टी की स्थापना उन्होंने 2018 में की थी। हालांकि वह 1993 से ही राजनीति में हैं। अपने परिवार से वह पहले ऐसे शख्स हैं जो राजनीति में आए। उन्हें अपने क्षेत्र कुंडा के लोगों का हर बार साथ मिला। वह लगातार इस क्षेत्र से 6 बार विधायक चुने जा चुके हैं। राजा भैया कहते हैं कि वह अपनी जनता के सास-बहू से लेकर पति-पत्नी तक के झगड़े सुलझाते हैं।
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राजा भैया जब राजनीति में उतरे तब कल्याण सिंह जैसे बड़े नेता ने उन्हें गुंडा कहते हुए कुंडा के लोगों से सबक सिखाने की अपील की थी। हालांकि राजा भैया को उनकी जनता का साथ मिला और वह चुनाव जीतते गए।
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बीबीसी की 2017 की एक रिपोर्ट के मुताबिक राजा भैया अपनी जनता से कहते हैं कि कोई भी आप लोगों के लिए बिजली, सड़क, पानी का काम कर सकता है। लेकिन मैं सिर्फ ऐसे विकास के काम ही नहीं करता हूं।
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राजा भैया कहते हैं कि मैं अपने लोगों की दूसरी तरह की समस्याओं का भी समाधान करता हूं। मैं लोगों के जमीन-जायदाद के झगड़े सुलझाता हूं तारि कोर्ट कचहरी के चक्कर में आपके पैसे बर्बाद ना हों।
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राजा भैया अपने लोगों के बीच यह भी कहते हैं कि मैं आपके पारिवारिक झगड़े भी सुलझाता हूं। इसमें सास-बहू के झगड़े से लेकर पति-पत्नी तक के आपसी विवाद भी शामिल रहते हैं।
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राजा भैया जब से राजनीति में उतरे वह कभी नहीं हारे। साल 1993 के बाद कुंडा विधानसभा के सभी चुनाव वह लड़े और जीते। राजा भैया हमेशा निर्दलीय ही लड़े और जीते। हालांकि वह समाजवादी पार्टी और बीजेपी की सरकार में मंत्री भी रहे।
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राजा भैया के खिलाफ चुनाव में कुंडा का कोई भी प्रत्याशी नहीं उतरता। राजा भैया के सामने अब तक जितने भी प्रत्याशी रहे हैं वो क्षेत्र के बाहर के रहे।
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बता दें कि राजा भैया कुंडा में भदरी रियासत के राजकुमार हैं। उनके पिता महाराजा उदय प्रताप सिंह हैं जो अपनी कट्टर हिंदू छवि के लिए इलाके में चर्चित हैं।
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Photos: Social Media