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वृंदावन वाले प्रेमानंद महाराज इस वक्त काफी चर्चा में हैं। दरअसल, उनकी रात्रिकालीन पद यात्रा पर विरोध हुआ जिसके बाद उन्होंने तुरंत अपनी इस पदयात्रा का रास्ता बदल लिया। (Photo: PremanandJi Maharaj/FB)
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प्रेमानंद महाराज के प्रवचन को सुनने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं। उनका प्रवचन सोशल मीडिया पर भी खूब वायरल होता है। (Photo: PremanandJi Maharaj/FB)
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प्रेमानंद महाराज ने एक नियम बताया है जिसे सिर्फ एक महीने तक फॉलो करने से किस्मत बदल सकती है। (Photo: PremanandJi Maharaj/FB)
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प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि, सिर्फ एक महीने अपने शरीर को पवित्र रखकर देखें। जीवन में कई बदलाव नजर आएंगे। (Photo: Pexels)
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वो कहते हैं कि, जूठा मुंह मत रखना यानी झूठ, छल और कपट से दूर रहें। अपने शरीर को पवित्र रखें और एक महीने तक ब्रह्मचर्य रह कर देखें कई चमत्कार होंगे। (Photo: Pexels) प्रेमानंद महाराज से जानें बाहर जाते समय लड्डू गोपाल की मूर्ति साथ ले जाएं या नहीं? रखें इन बातों का ध्यान
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प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि अगर इस नियम को एक महीने तक फॉलो कर लिया तो दिव्यता आने लगेगी। चेहरे पर अलग ही चमक होगी। (Photo: Pexels)
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वो कहते हैं कि, लोग गंदे आचरणों में, गंदे चिंतन में, गंदे दृश्यों में जीवन व्यतीत कर रहे हैं। ऐसे लोगों में राक्षसी बुद्धी आती है। (Photo: Pexels)
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प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि एक मनुष्य जब अपने धर्म से भ्रष्ट हो जाता है और गलत काम करने लगता है तो वो बिना सिंह और बिना बड़े दांतों वाला राक्षस बन जाता है। (Photo: PremanandJi Maharaj/FB)
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प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि जिस तरह तुम्हें तुम्हारा शरीर प्रिय है उसी तरह जिसे आप तकलीफ दे रहे हैं उसे भी अपना शरीर प्रिय है। (Photo: PremanandJi Maharaj/FB) प्रेमानंद महाराज ने बताया शादी के लिए अच्छा जीवनसाथी कैसे चुने?
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वो कहते हैं कि, हर मनुष्य को भगवान का आश्रय लेकर, शास्त्रों को ध्यान में रखते हुए, संतों का संग और प्रभु के नाम का जाप जरूर करना चाहिए। (Photo: PremanandJi Maharaj/FB)
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प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि, जब हमारा पाप कर्म बन जाता है तो अंदर-अंदर जलने लगते हैं। आपका मन आपको खुद दंड देना शुरू कर देता है। (Photo: Pexels)
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इसके आगे वो कहते हैं कि, जब हमारा पाप कर्म बन जाता है और कोई उसका दंड नहीं मिलता तो वो हमको डिप्रेशन में उतारता है। हर समय भयभीत रहना, व्यर्थ की कल्पना करना, चिंता करना आपके उन्हीं पापों का फल है जिसके बारे में सिर्फ आपको पता है। (Photo: Pexels)
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प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि, ब्रह्म ज्ञान और भगवत प्रेम के लिए अपने चरित्र को पवित्र रखना होगा। भगवान के नाम का जाप करना होगा। दूसरों का सत्कार करना होगा। (Photo: PremanandJi Maharaj/FB)
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सिर्फ अपने परिवार नहीं बल्कि अन्य जरूरतमंद भले ही क्यों न वो पशु-पक्षी हो उसकी भी सेवा करनी होगी तब जाकर हमारा हृदय पवित्र होगा। इसके बाद तत्व बोध होता है। (Photo: Pexels) भगवान कृष्ण के PA हैं प्रेमानंद महाराज, बोलें- मैं उन्हें सलाह देता हूं