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दुनिया के कई देश लगातार अपने स्पेस मिशन तेजी के साथ बढ़ा रहे हैं। अधिकांश देशों ने अब तक अंतरिक्ष में अपने-अपने कई सारे सैटेलाइट भेजे हैं। इस समय अंतरिक्ष में बहुत सारे सैटेलाइट मौजूद हैं।
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सैटेलाइट और अंतरिक्ष यान के मिशनों के साथ, अंतरिक्ष में कई तरह का कचरा उत्पन्न होता है, जिसे ‘स्पेस डेब्रिस’ के नाम से जाना जाता है।
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ऐसे में क्या आप जानते हैं कि इन स्पेस मिशन के सैटेलाइट का कचरा कहां रखा जाता है?
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आपको बता दें, अधिकांश देश अंतरिक्ष में कचरा कम करने के लिए उसे वापस धरती पर लाते हैं। सैटेलाइट को धरती पर लौटाने के बाद उसे एक जगह जमा करना होता है।
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इस कचरे को इंसानी बस्तियों से काफी दूर रखा जाता है। दरअसल, इन सैटेलाइट के कचरे को रखने के लिए धरती पर एक स्पेशल जगह बनाई गई है। इस स्पेशल जगह को ‘प्वाइंट नीमो’ कहा जाता है।
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बता दें कि ‘निमो’ शब्द लैटिन भाषा से है, जिसका अर्थ ‘कोई नहीं’ है। जब किसी जगह को निमो पॉइंट कहा जाता है तो इसका अर्थ है ‘एक ऐसा स्थान जहां कोई नहीं रहता’।
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प्वाइंट नीमो को समुद्र का सेंटर भी कहा जाता है। इस जगह पर इंसानों का पहुंचना नामुमकिन है। ये जगह सूखी जमीन से सबसे दूर की जगह होती है, यानी समुद्र के बीचो बीच की जगह होती है। यह जगह दक्षिण अमेरिका, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच में है।
(Photos Source: Pexels)
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