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भारत में पीपल का पेड़ न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि इसे औषधीय गुणों से भी भरपूर माना जाता है। हिन्दू धर्म में पीपल की पूजा की जाती है और इसे देव वृक्ष का दर्जा प्राप्त है। लेकिन इसी के साथ इसके बारे में कई तरह के अंधविश्वास भी फैले हुए हैं। (Photo Source: Pexels)
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खासकर यह बात अक्सर कही जाती है कि रात में पीपल के पेड़ के नीचे नहीं सोना चाहिए। बड़े-बुजुर्ग भी इसे अशुभ मानते हैं। लेकिन क्या यह केवल एक धार्मिक मान्यता है या इसके पीछे कोई वैज्ञानिक वजह भी है? आइए, जानते हैं कि वैज्ञानिक दृष्टिकोण से पीपल के पेड़ के नीचे रात में सोना क्यों मना किया गया है। (Photo Source: Unsplash)
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धार्मिक मान्यताएं क्या कहती हैं?
हिन्दू शास्त्रों के अनुसार, पीपल के पेड़ में देवताओं और पितरों का वास होता है। खासकर शनिवार और अमावस्या जैसे विशेष दिनों पर लोग पीपल की पूजा करते हैं और उसकी परिक्रमा करते हैं। (Photo Source: Unsplash) -
साथ ही यह भी कहा जाता है कि रात के समय आत्माएं ज्यादा सक्रिय रहती हैं और पीपल के पेड़ के नीचे इनका वास होता है। इस वजह से रात में इसके नीचे जाने या सोने से डर, बेचैनी या नकारात्मक ऊर्जा का असर हो सकता है। (Photo Source: Unsplash)
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क्या यह सिर्फ अंधविश्वास है?
हालांकि यह धारणा अंधविश्वास जैसी लग सकती है, लेकिन इसके पीछे ठोस वैज्ञानिक कारण भी हैं। आयुर्वेद विशेषज्ञों के अनुसार, रात में पीपल ही नहीं, बल्कि किसी भी पेड़ के नीचे सोना नुकसानदायक हो सकता है। (Photo Source: Unsplash) -
जानिए क्या कहता है विज्ञान?
दिन के समय पेड़ प्रकाश संश्लेषण (photosynthesis) की प्रक्रिया के जरिए ऑक्सीजन छोड़ते हैं और वातावरण को शुद्ध बनाते हैं। लेकिन जैसे ही रात होती है, यह प्रक्रिया रुक जाती है और पेड़ ऑक्सीजन छोड़ने की बजाय कार्बन डाइऑक्साइड छोड़ने लगते हैं। (Photo Source: Unsplash) -
पीपल का पेड़ बहुत घना होता है, जिसमें पत्तियां ज्यादा होती हैं। ऐसे में यह रात के समय अधिक मात्रा में कार्बन डाइऑक्साइड रिलीज करता है। (Photo Source: Pexels)
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जब कोई व्यक्ति इस पेड़ के नीचे सोता है, तो वह अधिक कार्बन डाइऑक्साइड वाला वायुमंडल सांस के जरिए अपने शरीर में लेता है। इससे ऑक्सीजन की कमी हो सकती है, जिससे घुटन, चक्कर या बेचैनी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। (Photo Source: Pexels)
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केवल पीपल ही नहीं, ये सभी पेड़ भी हो सकते हैं नुकसानदायक
विशेषज्ञों के अनुसार, रात में केवल पीपल ही नहीं बल्कि किसी भी घने पेड़ के नीचे नहीं सोना चाहिए। बरगद, नीम, आम जैसे बड़े और घने पेड़ भी रात में कार्बन डाइऑक्साइड छोड़ते हैं और ऑक्सीजन का स्तर घटा देते हैं। इससे सांस लेने में दिक्कत और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। (Photo Source: Unsplash)
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