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किसी व्यक्ति की मृत्यु के बाद यह मान लिया जाता है कि शरीर पूरी तरह निष्क्रिय हो जाता है, लेकिन सच्चाई इससे बिल्कुल अलग है। मौत के बाद भी शरीर के कई ऑर्गन्स और टिशूज कुछ समय तक जीवित रहते हैं और सही समय पर दान किए जाएं तो वे जरूरतमंद मरीजों की जान बचा सकते हैं। यही वजह है कि ऑर्गन डोनेशन को ‘दूसरी जिंदगी का सबसे बड़ा तोहफा’ कहा जाता है। (Photo Source: Pexels)
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ऑर्गन डोनेशन के लिए काम करने वाली संस्था ‘डोनेट लाइफ’ की वेबसाइट के मुताबिक, मृत्यु के बाद सभी अंग एक साथ काम करना बंद नहीं करते। कुछ अंगों को तुरंत ट्रांसप्लांट करना जरूरी होता है, जबकि कुछ अंग ऐसे भी हैं जिन्हें वर्षों तक सुरक्षित रखकर इस्तेमाल किया जा सकता है। (Photo Source: Unsplash)
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मृत्यु के बाद अंग कितने समय तक रहते हैं सुरक्षित?
फेफड़े (Lungs)
फेफड़ों को मृत्यु के बाद लगभग 4 से 6 घंटे तक सुरक्षित रखा जा सकता है। इस दौरान इन्हें ट्रांसप्लांट किया जाना जरूरी होता है, ताकि मरीज को नया जीवन मिल सके। (Photo Source: Unsplash) -
दिल (Heart)
दिल भी मृत्यु के बाद 4 से 6 घंटे तक ही उपयोग में लाया जा सकता है। हार्ट ट्रांसप्लांट के मामलों में समय बेहद अहम भूमिका निभाता है। (Photo Source: Unsplash) -
आंत (Intestine)
आंतों को लगभग 6 से 12 घंटे तक जीवित रखा जा सकता है। हालांकि, आंत का ट्रांसप्लांट बहुत कम मामलों में किया जाता है। (Photo Source: Freepik) -
लीवर (Liver)
लीवर को 24 घंटे तक सुरक्षित रखा जा सकता है। लीवर ट्रांसप्लांट से लिवर फेल्योर के मरीजों की जान बचाई जा सकती है। (Photo Source: Unsplash) -
पैंक्रियाज (Pancreas)
पैंक्रियाज भी लगभग 24 घंटे तक जीवित रहता है। यह खासतौर पर डायबिटीज के गंभीर मरीजों के लिए उपयोगी होता है। (Photo Source: Freepik) -
किडनी (Kidney)
किडनी सबसे लंबे समय तक उपयोग में आने वाले प्रमुख अंगों में से एक है। इसे मृत्यु के बाद करीब 72 घंटे यानी 3 दिन तक सुरक्षित रखा जा सकता है। (Photo Source: Unsplash) -
आंखों की कॉर्निया (Eye’s Cornea)
आंखों की कॉर्निया को लगभग 14 दिन तक सुरक्षित रखा जा सकता है। कॉर्निया डोनेशन से किसी अंधे व्यक्ति को रोशनी मिल सकती है। (Photo Source: Unsplash) -
हड्डियां (Bones)
हड्डियों को विशेष टिशू बैंक में रखकर 5 साल तक सुरक्षित रखा जा सकता है। इनका इस्तेमाल सर्जरी और एक्सीडेंट के मामलों में होता है। (Photo Source: Unsplash) -
त्वचा (Skin)
त्वचा भी 5 वर्ष तक सुरक्षित रखी जा सकती है। यह खासकर जले हुए मरीजों के इलाज में बेहद उपयोगी होती है। (Photo Source: Unsplash) -
हार्ट वाल्व (Heart Valves)
हार्ट वाल्व को सबसे लंबे समय तक, यानी करीब 10 साल तक सुरक्षित रखा जा सकता है। ये बच्चों और वयस्कों दोनों के हार्ट सर्जरी में काम आते हैं और उनके लिए जीवनरक्षक साबित होते हैं। (Photo Source: Freepik) -
ऑर्गन डोनेशन क्यों है जरूरी?
भारत में हर साल हजारों मरीज सिर्फ इसलिए जान गंवा देते हैं क्योंकि उन्हें समय पर अंग नहीं मिल पाता। एक व्यक्ति के अंगदान से 8 से ज्यादा लोगों की जान बचाई जा सकती है और कई अन्य लोगों का जीवन बेहतर बनाया जा सकता है। (Photo Source: Pexels) -
समाज की जिम्मेदारी
ऑर्गन डोनेशन को लेकर आज भी समाज में कई भ्रांतियां हैं। जरूरत है जागरूकता की, ताकि लोग समझ सकें कि मृत्यु के बाद भी उनका शरीर किसी और के लिए जिंदगी बन सकता है। अंगदान न सिर्फ एक नेक काम है, बल्कि यह मानवता की सबसे बड़ी सेवा भी है। अगर हम सभी इस दिशा में एक छोटा सा कदम बढ़ाएं, तो अनगिनत जिंदगियों को नया सवेरा मिल सकता है। (Photo Source: Unsplash)
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