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सावन के पहले सोमवार को देशभर के शिवालयों में भारी भीड़ देखने को मिल रही है। लगभग हर शिवालयों के भार भक्तों की लंबी कतार लगी हुई है। (Photo: PTI) देश में कहां-कहां हैं भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग? जानिए पौराणिक मान्यता
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सावन का महीना महादेव को समर्पित है और भक्त शिवालयों में जाकर शिवलिंग का जलाभिषेक करते हैं। शिवलिंग पर गंगाजल के अभिषेक का काफी खास महत्व है। (Photo: PTI)
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लेकिन सावन के महीने में गंगाजल को लेकर कई सारी गलतियां नहीं करनी चाहिए। आइए जानते हैं: (Photo: Indian Express)
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सावन के महीने में गंगा जल का महत्व काफी अधिक बढ़ जाता है क्योंकि, भक्त महादेव को जल चढ़ाने के लिए लंबी दूरी तय करते हुए कांवड़ यात्रा करके आते हैं। (Photo: Indian Express) शिव के इन 6 आध्यात्मिक मंत्रों से करें खुद को शुद्ध, सावन में जाप करना होता है बेहद फलदायी
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1- काफी लोग ऐसे हैं जो प्लास्टिक के बोतल से शिवलिंग पर गंगाजल चढ़ाते हैं। लेकिन ऐसा वर्जित है। शिवलिंग पर हमेशा गंगाजल तांबे के पात्र से ही चढ़ना चाहिए। (Photo: Indian Express)
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2- गंगाजल को हमेशा घर के किसी शुद्ध स्थान पर रखना चाहिए। इसके अलावा साफ सफाई का खास ध्यान रखना चाहिए। (Photo: Indian Express)
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3- गंगाजल को स्नान के बाद स्पर्श करना चाहिए। गंदे हाथों से नहीं करना चाहिए। साथ ही जिस घर में गंगाजल रखा हो वहां मांस मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए। (Photo: Indian Express) सावन में शिवलिंग पर करने जा रहीं हैं जलाभिषेक तो न करें ये भूल, जानें महिलाओं को छूना चाहिए या नहीं
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4- गंगाजल के लिए सबसे शुद्ध स्थान पूजा घर है। इसलिए हमेशा इसे पूजा घर में रखें। (Photo: Indian Express)
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5- यह भी मान्यता है कि गंगाजल को किसी कोने या फिर अंधेरे वाले जगह पर नहीं रखना चाहिए। इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा का वास होने लगता है। (Photo: Indian Express) प्रेमानंद महाराज ने बताया सावन में कैसे खुश होते हैं ‘महादेव’, किस तरह करनी चाहिए पूजा?
