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मिस वर्ल्ड मानुषी छिल्लर काफी लंबे समय के बाद चर्चा में आई हैं। इन दिनों मानुषी साउथ अफ्रीका की सैर पर हैं, जहां पर वह वहां के लोगों को माहवारी के बारे में जागरुक कर रही हैं। मानुषी छिल्लर ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर कुछ तस्वीरें शेयर की हैं। इन तस्वीरों के कैप्शन में मानुषी ने नेल्सन मंडेला के विचारों को साझा किया है। उन्होंने बताया कि मंडेला हमेशा कहा करते थे कि किसी भी देश को किसी भी स्तर पर अपराजेय रहने और उन्नति की दिशा में आगे बढ़ने के लिए शिक्षा, समानता और सशक्तिकरण तीनों जरूरी है। यहां पर मानुषी सेनिटरी पैड बनाने वाली मैनुफैक्चरिंग यूनिट का उद्घाटन करने पहुंची। चूंकि मानुषी एक मेडिकल की स्टूडेंट हैं इसलिए उन्होंने यहां पर भी सेनिटरी पैड्स को बनाया। उनके साथ में यहां पर बाकी दूसरी महिलाओं ने भी पैड्स का निर्माण किया। (aLL pHOTOS- Isntagram)
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मानुषी ने साउथ अफ्रीका में अमेरिका द्वारा पहली सेनिटरी मैनुफैक्चरिंग मशीन लगवाने को लेकर आभार व्यक्त किया। इस दौरान साउथ अफ्रीका के प्रेसीडेंट सिरिल रामाफोसा मौजूद रहे। मानुषी ने यहां के वर्कर्स को इस मशीन पर काम करने की ट्रेनिंग दी। उन्होंने महिलाओं को बताया कि किस तरह से मशीन से सेनिटरी पैड बनाए जाते हैं।
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इस मशीन द्वारा बनाए गए सेनिटरी पैड्स काफी कम कीमत में यहां पर बिकेंगे। इस यूनिट में मशीन पर काम करने के लिए 6 से 8 महिलाओं को शिफ्ट वाइज लगाया गया है। साथ ही एक महिला को सुपरवाइजर के रूप में तैनात किया गया। इस मशीन द्वारा हर दिन करीब दो हजार पैड्स का उत्पादन किया जाएगा। कम कीमत वाले पैड्स को अब हर वर्ग की बेटी प्रयोग कर सकती है और अपने स्कूल को आसानी से अटेंड कर सकती है।
मानुषी ने इस दौरान इन महिलाओं को बताया कि जूट से बने सेनेटरी पैड एक उपयुक्त उपाय है। जूट भारत में ही नहीं पूरे विश्व में आसानी से उपलब्ध है और यह प्राकृतिक वस्तुओं से बना होता है, जो पर्यावरण के लिए किसी भी प्रकार से हानिकारक नही है। -
गौरतलब है कि मानुषी अब तक अपने कैंपेन के तहत 40 से अधिक मैनुफैक्चरिंग मशीनों पर ट्रेनिंग दे चुकी हैं। जल्द ही वह जोहंसबर्ग, केन्या में भी लाएंगी। मिस वर्ल्ड मानुषी छिल्लर भगत फूल सिंह महिला मेडिकल कालेज खानपुर से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही हैं।
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पूर्व मिस वर्ल्ड रोलेना के साथ मानुषी छिल्लर।