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Mamata Banerjee TMC: ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल में दो बार से मुख्यमंत्री पद पर काबिज हैं। इस बार के विधानसभा चुनाव (West Bengal Elections 2021) में उनकी सीधी टक्कर बीजेपी (BJP) से है। किसी जमाने में ममता बनर्जी की टीएमसी (TMC) बीजेपी नेतृत्व वाली एनडीए सरकार का हिस्सा थी। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी संग ममता की बहुत अच्छी बॉन्डिंग थी। एक बार तो अटल बिहारी ने ममता बनर्जी के सामने जिद पकड़ ली थी कि जब तक वह मानेंगी नहीं तब तक वह खाना नहीं खाएंगे। आइए जानें क्या था पूरा मामला:
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ममता बनर्जी ने साल 1998 में कांग्रेस से अलग हो कर तृणमूल कांग्रेस पार्टी बनाई थी। पार्टी के गठन के बाद वह तब की एनडीए सरकार से साथ हो गई थीं।
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1998 से 2001 तक वह अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली सरकार में सहयोगी रहीं। वर्ष 2001 में ममता ने केंद्र में अटल बिहारी वाजपेयी की अगुवाई वाली एनडीए सरकार में रेल मंत्री का पद संभाला। लेकिन तहलका कांड की वजह से महज 17 महीने बाद ही इस्तीफ़ा देकर सरकार से अलग हो गईं।
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ममता बनर्जी ने खुद एक इंटरव्यू में बताया था कि जब उन्होंने रेल मंत्री के पद से इस्तीफा दिया तो अटल बिहारी वाजपेयी ने उन्हें कोलकाता फोन किया औऱ मिलने के लिए दिल्ली बुलाया।
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बकौल ममता वह दिल्ली पहुंची तो अट बिहारी आग्रह करने लगे कि आप इस्तीफा वापस ले लिजिए। ममता के इनकार पर उन्होंने कहा कि ठीक है मंत्रीपद मत लिजिए लेकिन सरकार में तो शामिल रहिए।
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इसपर ममता बनर्जी ने उनसे कहा कि वह ऐसा नहीं कर सकती हैं। इसपर अटल बिहारी जिद करने लगे। उन्होंने ममता बनर्जी से कहा कि जब तक आप सरकार में वापस आने का फैसला नहीं करतीं तब तक वह खाना नहीं खाएंगे।
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बकौल ममता बनर्जी तीन घंटे हो गए लेकिन अटल बिहारी अपनी जिद पर अड़े रहे औऱ खाना भी नहीं खाया। आखिरकार ममता बनर्जी को उनकी बात माननी पड़ी औऱ उन्होंने बिना पोर्टफोलियो के सरकार में मंत्रीपद स्वीकार कर लिया।
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हालांकि जनवरी 2004 में फिर केंद्र में मंत्री बनने के कुछ समय बाद ही जब आम चुनाव हुए तो एनडीए हार गई। (Photos: Indian Express and Social media)