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आस्था, संस्कृति और एकता का संगम ‘महाकुंभ मेला’ सनातन परंपरा और भारतीय संस्कृति का एक बड़ा धार्मिक आयोजन है। इसके साथ ही ये दुनिया का सबसे बड़े धार्मिक उत्सव भी है जिसकी शुरुआत प्रयागराज में 13 जनवरी से हो चुकी है और ये 26 फरवरी तक चलेगा। (Photo: ANI)
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इस वक्त सबसे ज्यादा चर्चा महाकुंभ में कल्पवास की हो रही है। कल्पवास के 21 नियम हैं। अगर इन्हें पालन किया जाए तो जीवन में कई सारे बदलाव आ सकते हैं। वैसे तो इसके सभी नियमों को पालन करना जरूरी है लेकिन ये 5 नियम बेहद ही सख्ती से पालन करना चाहिए। (Photo: PTI)
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कल्पवास सनातन धर्म की बेहद पुरानी परंपरा है जिसका जिक्र रामचरितमानस और महाभारत जैसे वेद-पुराणों में भी मिलता है और खासकर महाकुंभ में इसका महत्व अधिक हो जाता है। (Photo: PTI)
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कब से कब तक है कल्पवास
कल्पवास पौष माह के 11वें दिन से शुरू होकर माघ माह के 12वें दिन तक चलता है। इस दौरान सफेद और पीले वस्त्र धारण किए जाते हैं। (Indian Express Photo by Vishal Srivastav) -  
मान्यताओं के अनुसार, कल्पवास करने से 100 वर्षों तक बिना अन्न ग्रहण किए तपस्या करने के बराबर फल मिलता है। हालांकि, कल्पवास एक बेहद कठिन साधना है, जिसे करने वाले व्यक्ति को 21 नियमों का पालन करना होता है। (Indian Express Photo by Vishal Srivastav) Maha Kumbh 2025: 144 साल बाद क्या संयोग बना है और क्यों खास है यह महाकुंभ?
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क्या हैं 21 नियम?
सत्यवचन का पालन करना, अहिंसा का पालन करना, इन्द्रियों पर नियंत्रण, सभी प्राणियों पर दयाभाव, ब्रह्मचर्य का पालन करना, व्यसनों का त्याग, ब्रह्म मुहूर्त में जागना, नित्य तीन बार पवित्र नदी में स्नान करना। (Indian Express Photo by Vishal Srivastav) -  
त्रिकाल संध्या का ध्यान करना, पितरों का पिण्डदान करना, दान करना, अन्तर्मुखी जप करना, सत्संग का आयोजन करना, संकल्पित क्षेत्र के बाहर न जाना, किसी की निंदा न करना, साधु-सन्यासियों की सेवा करना, जप में संलग्न रहना, सिर्फ एक समय भोजन करना। (Indian Express Photo by Vishal Srivastav)
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इसके अलावा कल्पवास के 21 नियमों में जमीन पर सोना, अग्नि सेवन न करना (यानी आग न सेकना) और देव पूजन करना शामिल है। (Indian Express Photo by Vishal Srivastav)
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सबसे जरूरी ये 5 नियम
21 नियमों में से सबसे अधिक महत्वपूर्ण ब्रह्मचर्य का पालन करना, उपवास करना, देव पूजन करना, सत्संग करना और दान करना बताया गया है। (Indian Express Photo by Vishal Srivastav) -  
इतने सालों तक करना होता है पालन
कल्पवास बेहद ही कठिन बताया गया है। एक बार कल्पवास शुरू करने के बाद इसे पूरे 12 सालों तक जारी रखना होता है। (Indian Express Photo by Vishal Srivastav) महाकुंभ का पहला स्नान, कड़ाके की ठंड में देश-विदेश से पहुंचे भक्त, घाटों पर दिखी जबरदस्त रौनक, देखें तस्वीरें