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क्या आपने कभी किसी इंसान को सिर से पांव तक टैटू से ढका देखा है? अगर नहीं, तो मिलिए लकी डायमंड रिच से—दुनिया के सबसे ज्यादा टैटू बनवाने वाले व्यक्ति। गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर लकी की तस्वीरें देखकर कोई भी हैरान रह जाएगा। (Photo Source: @luckydrich/X)
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न्यूजीलैंड के रहने वाले ‘लकी डायमंड रिच’ दुनिया के सबसे ज्यादा टैटू बनवाने वाले इंसान हैं। आज ये इंसान पूरी दुनिया में 100% टैटू से ढके शरीर के लिए जाने जाते हैं। (Photo Source: @luckydrich/X)
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कौन हैं लकी डायमंड रिच?
लकी डायमंड रिच का असली नाम ग्रेगरी पॉल मैक्लारेन है। इनका जन्म 1971 में न्यूजीलैंड में हुआ था और ये ऑस्ट्रेलियाई आदिवासी कबीले Quandamooka और Mununjali से ताल्लुक रखते हैं। मात्र 16 साल की उम्र में इन्होंने पहला टैटू बनवाया और यहीं से शुरू हुई एक अनोखी यात्रा। (Photo Source: @luckydrich/X) -
शरीर का हर हिस्सा टैटू से ढका
लकी ने शुरुआत रंग-बिरंगे टैटूज से की, जो धीरे-धीरे पूरे शरीर पर बनवा लिए। लेकिन उन्होंने वहीं रुकने का नाम नहीं लिया। उन्होंने अपने पूरे शरीर पर 100% ब्लैक इंक टैटू बनवाए—यहां तक कि पलकों, कानों, जीभ और मसूड़ों तक पर भी! अब इनका पूरा शरीर एक ‘जीवित कैनवास’ की तरह दिखता है। (Photo Source: @luckydrich/X) -
1000 घंटे, सैकड़ों आर्टिस्ट्स
अब तक वह 1,000 से ज्यादा घंटों तक टैटू बनवाने की प्रक्रिया से गुजर चुके हैं और दुनिया भर के सैकड़ों टैटू आर्टिस्ट उनके शरीर को अपनी कला से सजा चुके हैं। उनके हर टैटू के पीछे एक कहानी है—कभी बचपन की यादें, कभी यात्राओं के अनुभव, तो कभी जीवन के फलसफे। (Photo Source: @luckydrich/X) -
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड
साल 2006 में लकी डायमंड रिच को ‘दुनिया का सबसे ज्यादा टैटू बनवाने वाला व्यक्ति’ घोषित किया गया। इसके बाद से वह कई टीवी शोज और इवेंट्स में शामिल हो चुके हैं। आज वह सिर्फ एक रिकॉर्ड होल्डर नहीं, बल्कि आत्म-अभिव्यक्ति का प्रतीक बन चुके हैं। (Photo Source: @luckydrich/X) -
आज क्या कर रहे हैं लकी?
एक समय पर सर्कस परफॉर्मर रह चुके लकी, अब ऑस्ट्रेलिया के विक्टोरिया राज्य के सेंट किल्डा में एक सपोर्ट वर्कर के रूप में काम कर रहे हैं। वह अब आदिवासी पुरुषों की मदद करते हैं और समाज को एक नई दिशा देने में लगे हैं। (Photo Source: @luckydrich/X) -
क्या कहते हैं लकी अपने टैटूज के बारे में?
लकी का मानना है कि उनके टैटू उनके जीवन के अनुभवों, यात्रा, मुलाकातों और विचारों की कहानी कहते हैं। ये सिर्फ बाहरी रंग नहीं हैं, बल्कि उनकी आत्मा का चित्रण हैं। वो कहते हैं कि टैटू ने उन्हें लोगों से जुड़ने में मदद की, संवाद को आसान बनाया और कई बार तो उनकी पहचान और व्यक्तित्व का हिस्सा बन गया। (Photo Source: @luckydrich/X) -
टैटू से मिली पहचान और आत्मविश्वास
लकी मानते हैं कि टैटू सिर्फ शरीर की सजावट नहीं, बल्कि आत्मा की आवाज हैं। उन्होंने समाज की खूबसूरती की परिभाषा को चुनौती दी और यह साबित किया कि आत्म-अभिव्यक्ति ही असली खूबसूरती है। (Photo Source: @luckydrich/X)
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