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सावन महीने की शुरुआत हो चुकी है और देशभर के शिवालयों में जलाभिषेक के लिए भक्त भारी संख्या में पहुंच रहे हैं। पूरे भारत में महादेव के 12 ज्योतिर्लिंग हैं। सावन के महीन में ज्योतिर्लिंग का दर्शन बेहद ही फलदायी माना गया है। ऐसे में आइए जानते हैं कहां-कहां ये ज्योतिर्लिंग हैं और क्या है धार्मिक मान्यता: (Photo: Indian Express) सावन में जरूर करें इन 6 मंत्रों का जाप, बेहद शक्तिशाली हैं, लेकिन विधि जाननी भी है जरूरी
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1- सोमनाथ ज्योतिर्लिंग- गुजरात
सोमनाथ मंदिर, भारत के बारह ज्योतिर्लिंगों में से इसे पहला ज्योतिर्लिंग माना जाता है जो अरब सागर के किनारे बना है। ये गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र के वेरावल के प्रभास पाटन में स्थित है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार चंद्रदेव ने यहां शिव की तपस्या की थी। (Photo: Indian Express) -
2- मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग- आंध्र प्रदेश
मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग आंध्र प्रदेश के श्रीशैलम पर्वत पर स्थित है। इसे दक्षिण का कैलाश भी कहा जाता है। शास्त्रों के अनुसार शिव और पार्वती यहां एक साथ विराजते हैं। (Photo: Indian Express) -
3- महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग- मध्य प्रदेश
मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग एकमात्र दक्षिणमुखी ज्योतिर्लिंग है। मान्यता है कि , यहां काल (मृत्यु) पर विजय पाने की शक्ति है। (Photo: Indian Express) सावन में शिवलिंग पर करने जा रहीं हैं जलाभिषेक तो न करें ये भूल, जानें महिलाओं को छूना चाहिए या नहीं -
4- ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग- मध्य प्रदेश
ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग नर्मदा नदी के मांधाता द्वीप पर स्थित है। इसे ‘ओंकार पर्वत’ या ‘मांधता पर्वत’ के नाम से भी जाना जाता है। यह ज्योतिर्लिंग ॐ के आकार में स्थित है। यह ध्यान, साधना और मोक्ष का प्रतीक है। (Photo: Indian Express) -
5- केदारनाथ ज्योतिर्लिंग- उत्तराखंड
केदारनाथ ज्योतिर्लिंग हिमालय की ऊंचाइयों पर स्थित है और पंचकेदार में सबसे प्रमुख है। इसे पांडवों द्वारा स्थापित माना जाता है। इसे भक्ति, त्याग और तपस्या का प्रतीक माना जाता है। (Photo: Indian Express) -
6- भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग- महाराष्ट्र
इसे भीम नदी के पास होने के कारण भीमाशंकर नाम मिला। साथ ही इसे शिव के रौद्र रूप का प्रतीक माना जाता है। यह स्थल शौर्य और नकारात्मक ऊर्जा से रक्षा के लिए पूजनीय है। (Photo: Indian Express) प्रेमानंद महाराज ने बताया सावन में कैसे खुश होते हैं ‘महादेव’, किस तरह करनी चाहिए पूजा? -
7- काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग- उत्तर प्रदेश
काशी विश्वनाथ वाराणसी में स्थित है और सबसे प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंगों में से एक है। माना जाता है कि यहां मृत्यु भी मोक्षदायिनी होती है। (Photo: Indian Express) -
8- त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग- महाराष्ट्र
त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग नासिक के पास गोदावरी नदी के उद्गम स्थल पर स्थित है। यहां ब्रह्मा, विष्णु और महेश के प्रतीक तीन लिंग हैं। (Photo: Indian Express) -
9- वैद्यनाथ (बाबा बैद्यनाथ) ज्योतिर्लिंग- झारखंड
वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग झारखंड के देवघर में स्थित है और इसे ‘कामना लिंग’ भी कहा जाता है। माना जाता है कि यहां शिव ने रावण को वरदान दिया था। साथ ही यह आरोग्य, संतान और जीवन शक्ति के लिए उपास्य है। (Photo: Indian Express) -
10- नागेश्वर ज्योतिर्लिंग- गुजरात
नागेश्वर ज्योतिर्लिंग द्वारका के पास स्थित है। इसे ‘द्वारकाधीश नागेश्वर’ भी कहा जाता है। (Photo: Indian Express) -
11- रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग- तमिलनाडु
ये हिंद महासागर के किनारे स्थित है। माना जाता है कि रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग को भगवान राम ने स्थापित किया था। (Photo: Indian Express) -
12- घृष्णेश्वर ज्योतिर्लिंग- महाराष्ट्र
घृष्णेश्वर ज्योतिर्लिंग एलोरा की गुफाओं के पास स्थित है। इसे ‘घुसृणेश्वर’ या ‘धूषणेश्वर’ भी कहा जाता है। यह सबसे छोटा त्योतिर्लिंग है जो विनम्रता और श्रद्धा का प्रतीक है। (Photo: Indian Express) सावन में महादेव को प्रसन्न करने के लिए किन चीजों का दान करना चाहिए?