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फिल्म और पॉलिटिक्स का नाता भारत में काफी पुराने समय से है। अमिताभ बच्चन से लेकर गोविंदा तक फिल्मों के साथ ही चुनावी नाव पर भी सवार हो चुके हैं। शत्रुघ्न सिन्हा और हेमामलिनी जैसे कलाकार आज भी राजनीति में सक्रिय हैं जहां बहुत से सितारों ने बहुत जल्द पालिटिक्स को बाय बाय कर दिया। फिलहाल 90 के दशक की मशहूर अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर का कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ने की खबरें सामने आ रही हैं। इससे पहले सपना चौधरी की राजनीति पर भी सस्पेंस बना हुआ है। हाल ही में शिल्पा शिंदे भी कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर चुकी हैं। पार्टियों को लगता है कि वो इन फिल्मी कलाकारों की लोकप्रियता को वोटों में तब्दील कर जीत हासिल कर सकते हैं। ऐसा कई बार हुआ भी है। लेकिन हर बार ही ऐसा हो ये मुमकिन नहीं है। इसकी बानगी हैं कुछ सितारे। ये अपने-अपने क्षेत्र में काफी मशहूर रहे लेकिन जब पहली बार चुनाव लड़ने लोगों के बीच गए तो इन्हें मुंह की खानी पड़ी। इनमें मनोज तिवारी से लेकर प्रकाश झा तक के नाम शामिल हैं। (All Pics- PTI/express)
ड्रामा क्वीन राखी सावंत 2014 में अपनी पार्टी 'राष्ट्रीय आम पार्टी' लॉन्च करने के साथ चुनावी मैदान में उतर चुकी हैं। उन्होंने अपनी पार्टी बनाकर मुंबई उत्तर-पश्चिम लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था, जिसमें उन्हें 15 वोट मिले थे। इतने कम वोट को लेकर राखी सावंत का ट्विटर पर काफी मजाक उड़ाया गया था। हार के बाद ही यह पार्टी बंद कर दी गई थी। -
साल 2009 में फिल्म निर्देशक प्रकाश झा ने भी बिहार से चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें हार मिली थी। इसके बाद उन्होंने कहा था कि भविष्य में वह फिर कभी चुनावी मैदान में नहीं उतरेंगे। हालांकि 2014 में फिर उन्होंने लोकसभा चुनाव में हाथ आजमाया और दूसरी बार भी उन्हें हार मिली।
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शेखर सुमन ने साल 2009 में बिहार से लोकसभा चुनाव लड़ा था, जिसमें बीजेपी सांसद शत्रुघन सिन्हा ने उन्हे हरा दिया था। इसके बाद शेखर सुमन ने कांग्रेस छोड़ दी थी। पार्टी छोड़ते हुए उन्होंने कांग्रेस पर उन्हें इस्तेमाल किए जाने का आरोप लगाया था।
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पीएम मोदी के साथ मनोज तिवारी
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बॉलीवुड सिंगर बप्पी लाहिड़ी भी राजनीति में अपनी किस्मत आजमा चुके हैं। उन्होंने 2014 में भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर पश्चिम बंगाल के श्रीरामपुर से लोकसभा चुनाव लड़ा था। लेकिन इस चुनावी मैदान में उन्हें हार मिली थी।